Rabri Devi Bunglow Shift: बिहार की राजनीति में करीब दो दशकों तक प्रभावशाली रहा लालू परिवार अब अपने सरकारी आशियाने को खाली करने को मजबूर हो गया है। पटना स्थित पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के नाम आवंटित 10 सर्कुलर रोड बंगले को आखिरकार खाली करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। बिहार सरकार की ओर से नोटिस जारी होने के बाद शुरू में परिवार ने इसका विरोध किया, लेकिन अंततः राबड़ी देवी को यह बंगला छोड़ना पड़ा।
जानकारी के मुताबिक, सरकार की ओर से जब आवास खाली करने का नोटिस दिया गया था, तब यह उम्मीद की जा रही थी कि शायद कोई रास्ता निकल आएगा। हालांकि, ऐसा नहीं हुआ और निर्धारित समयसीमा पूरी होने पर बंगला खाली कराने की कार्रवाई शुरू हो गई। सरकार ने राबड़ी देवी को वैकल्पिक रूप से 39 हार्डिंग रोड पर सरकारी बंगला आवंटित किया है, लेकिन फिलहाल यह स्पष्ट नहीं है कि वह वहीं शिफ्ट होंगी या किसी अन्य स्थान पर जाएंगी।
इन दिनों लालू परिवार की स्थिति भी असहज नजर आ रही है। बड़ी बेटी मीसा भारती दिल्ली में आंखों का इलाज करा रही हैं। बड़े बेटे तेज प्रताप यादव पहले ही घर से अलग हो चुके हैं, जबकि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव विदेश यात्रा पर हैं। ऐसे में पटना स्थित बंगले में लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी ही मौजूद थे।
Rabri Devi Bunglow Shift की प्रक्रिया को लेकर बताया गया है कि भवन निर्माण विभाग ने 25 नवंबर को नोटिस जारी किया था, जिसमें 25 दिसंबर तक बंगला खाली करने का निर्देश दिया गया था। इसी के तहत 25 दिसंबर से औपचारिक रूप से शिफ्टिंग शुरू हुई। देर रात बंगले में पिकअप वाहन की आवाजाही देखी गई, जिससे राजनीतिक गलियारों में चर्चाएं तेज हो गईं।
अब सवाल यह है कि राबड़ी देवी कहां जाएंगी। उनका निजी बंगला पटना के महुआबाग इलाके में पूरी तरह बनकर तैयार है। इसके अलावा 39 हार्डिंग रोड पर सरकारी आवास का विकल्प भी मौजूद है। फिलहाल राबड़ी देवी की ओर से इस पर कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है। कुल मिलाकर, Rabri Devi Bunglow Shift बिहार की सियासत में एक अहम घटनाक्रम के रूप में देखा जा रहा है।
