बरसात का कहर : प्रदेश में अब तक 34 लोगों की गई जान, 300 करोड़ का नुकसान

शिमला, हिमाचल प्रदेश को बरसात की शुरुआत में ही बड़ा झटका लगा है। राज्य को कुछ दिनों में ही लगभग 300 करोड़ रुपए का नुकसान हो गया है। इतना ही नहीं, इससे बड़ा नुकसान लोगों की जान का है क्योंकि अब तक 34 लोग अपनी जान प्राकृतिक आपदा के कारण गंवा चुके हैं। राजस्व विभाग के प्राकृतिक आपदा सेंटर द्वारा जारी की गई सूचना के अनुसार मानसून में अब तक 34 लोगों की जान जा चुकी हैं वहीं 37 सडक़ें और 47 बिजली ट्रांसफार्मर बंद पड़े हुए हैं। शनिवार को कैबिनेट की बैठक में भी इस पर चर्चा की गई है और सरकार ने त्वरित कदम उठाने की बात की।

आपदा केंद्र द्वारा जारी की गई रिपोर्ट के अनुसार बिलासपुर जिला में चार लोग प्राकृतिक आपदा के कारण जान गंवा चुके हैं, जबकि चंबा में भी चार लोगों की मौत हो चुकी है। हमीरपुर में एक व्यक्ति की मौत हुई बताई जा रही है, तो वहीं कांगड़ा में 12 लोग जान गंवा चुके हैं। कुल्लू में एक, लाहुल -स्पीति में एक, मंडी में दो, शिमला में एक, सिरमौर में एक, सोलन में दो तथा ऊना में तीन लोगों की प्राकृतिक आपदा के कारण मौत हुई है। प्राकृतिक आपदों के कारण घायल होने वाली लोगों की संख्या 74 बताई जा रही है। चार लोग अभी भी लापता है।

राजस्व मंत्री बोले, जल्द मिलेगी राहत राशि

राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा कि आपदा राहत का कार्य चल रहा है। प्रदेश सरकार के जो नियम हैं उसके मुताबिक लोगों को राहत राशि देने के निर्देश दिए हैं।

सडक़ हादसों में 17 की मौत

उपरोक्त आंकड़ों में 17 लोगों की मौत सडक़ दुर्घटना में हुई है। इसमें बिलासपुर में तीन मौतें, चंबा में तीन, हमीरपुर में एक, कंागड़ा में दो, किन्नौर में दो, लाहुल- स्पीति में एक, मंडी में एक, सिरमौर में एक, सोलन में दो व ऊना में एक मौत हुई।

37 सडक़ें, 47 ट्रांसफार्मर बंद

प्राकृतिक आपदा के कारण 37 सडक़ें भी अवरूद्ध हैं जिनको अभी तक खोला नहीं जा सका है। इसके साथ 47 बिजली ट्रांसफार्मर भी बंद पड़े हुए हैं। कई जगहों पर पेयजल लाइनें भी ध्वस्त हैं।