राजधानी शिमला में भारी बारिश से जगह-जगह भूस्खलन व पेड़ गिरने की घटनाएं सामने आई हैं। इससे व्यापक नुकसान हुआ है। भारी बारिश से रात को खलीनी में मिस्ट चैंबर के पास सडक़ पर पेड़ गिर गया, जिससे वाहनों की आवाजाही ठप रही। शहर में जगह-जगह भारी बारिश से मलबा सडक़ों पर आ गया। नाले भी उफान पर हैं, वहीं झंझीड़ी में हरि नंद कॉलोनी में सुखराम शर्मा के घर पर देवदार का सूखा पेड़ गिर गया। 1 वर्ष पहले पेड़ काटने के लिए आवेदन किया था, लेकिन आज तक मंजूरी नहीं मिली। इससे पेड़ गिर गया। यहां दो से तीन सूख पेड़ और गिरने की कगार पर है। लोगों ने इन पेड़ों को हटाने की मांग उठाई है। चाबा पेयजल योजना में बड़ी मात्रा में गाद आ गई है। शहर के अपर ढली में भी भूस्खलन हुआ है। इसके साथ ही कनलोग में भी खलीनी-टुटीकंडी बाइपास पर भूस्खलन हुआ है। मुख्यमंत्री आवास ओकओवर के पास भी देवदार का पेड़ गिरा है। मज्याठ में भी भूस्खलन हुआ है। पेट्रोल पंप विकासनगर में भूस्खलन से रास्ता बंद हो गया। यहां पेड़ भी गिरा है। आईजीएमसी के पास सर्कुलर रोड पर नाले का पानी और मलबा भर गया है। इससे कुछ गाडिय़ां भी यहां मलबे में दब गई हैं। सडक़ पर आवाजाही ठप हो गई है। उपमंडल जुब्बल में लगातार जारी बारिश व भूस्खलन को देखते हुए उपमंडल जुब्बल के सभी शैक्षणिक संस्थान आज बंद रखने का फैसला लिया गया है। शहर के ढली में भूस्खलन से सडक़ किनारे खड़ी गाडिय़ां चपेट में आ गईं। एक गाड़ी मलबे के साथ पहाड़ी से नीचे चली गईं। रामपुर के गानवी में कई भवनों को नुकसान पहुंचा है। रोड़ टूट गए हैं। वही पेयजल लाइन के साथ क्षेत्र में बिजली भी गुल है। यहां पर सभी विभागों के कर्मचारियों ने हालातों को सुधारने का काम शुरू कर दिया है।
राजधानी में बारिश का कहर, 10 से ज्यादा पेड़ धड़ाम, मलबे में दब गई 8 गाडिय़ां
