रुपए ने लगाई छलांग, आरबीआई की नई रणनीति ने कमाल कर दिया

व्यापार: सोमवार को तेजी के साथ बंद होने के बाद मंगलवार सुबह को भी रुपए में अच्छी तेजी देखने को मिली. वैसे ये तेजी यूं ही नहीं देखने को मिली है. इसमें देश के बैंकिंग रेगुलेटर रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया का भी कमाल देखने को मिला है; जानकारों की मानें तो आरबीआई ने रुपए में अस्थिरता को कम करने के लिए ऑफशोर नॉन-डिलिवरेबल फॉरवर्ड (NDF) मार्केट में अपनी उपस्थिति बढ़ा दी है. जिसकी वजह से रुपए में सुधार देखने को मिल रहा है.

वहीं दूसरी ओर भारत और अमेरिका के बीच आज यानी मंगलवार से एक बार फिर से ट्रेड वार्ता शुरू होने के संकेत मिल रहे हैं. जिसकी वजह से निवेशकों में उम्मीद बढ़ गई है कि दोनों देशों के बीच ट्रेड संबंध ठीक होंगे. साथ ही भारत पर 50 फीसदी का टैरिफ कम होगा. वैसे जानकारों का कहना है कि विदेशी निवेशकों की बिकवाली और कच्चे तेल की कीमतों में तेजी की वजह से रुपए पर दबाव बना रह सकता है. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर मंगलवार की सुबह करेंसी मार्केट में रुपए में किस तरह की तेजी देखने को मिल रही है.

रुपए में आया जबरदस्त उछाल
मंगलवार को शुरुआती कारोबार में रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 12 पैसे बढ़कर 88.04 पर पहुँच गया. निवेशक नई दिल्ली में होने वाली अमेरिका-भारत व्यापार वार्ता से संकेतों का इंतज़ार कर रहे हैं, जहां अमेरिकी वार्ताकार ब्रेंडन लिंच मंगलवार को भारतीय अधिकारियों से मिलेंगे. फॉरेन करेंसी ट्रेडर्स ने कहा कि रुपये पर असमान प्रवाह और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के टैरिफ झटकों का लगातार दबाव बना हुआ है. इसके अनुसार, भारतीय रिजर्व बैंक ने अस्थिरता को कम करने के लिए ऑफशोर नॉन-डिलिवरेबल फॉरवर्ड (NDF) मार्केट में अपनी उपस्थिति बढ़ा दी है. जिसका असर भी रुपए में तेजी के रूप में देखने को मिल रहा है.

रुपए में कितनी आई तेजी
इंटरबैंक फॉरेन करेंसी मार्केट में, रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 88.05 पर खुला और फिर 88.04 पर पहुंच गया, जो पिछले बंद भाव से 12 पैसे की बढ़त दर्शाता है. शुरुआती कारोबार में, रुपया डॉलर के मुकाबले 88.16 पर भी पहुंच गया. सोमवार को रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 10 पैसे बढ़कर 88.16 पर बंद हुआ. इसका मतलब है कि रुपए में कुछ ही घंटों में करीब 22 पैसे तेजी देखने को मिल चुकी है. जानकारों की मानें तो आने वाले दिनों में रुपया 88 के लेवल से नीचे भी जा सकता है.

ट्रेड वार्ता संभालेगी रुपया
सीआर फॉरेक्स एडवाइजर्स के एमडी अमित पबारी ने कहा कि इस हफ़्ते रुपया नई दिल्ली में होने वाली अमेरिका-भारत ट्रेड वार्ता पर निर्भर करेगा. उन्होंने आगे कहा कि अगर बातचीत में वास्तविक प्रगति होती है, तो यह एक बड़ी सफलता का द्वार खोल सकता है और रुपये को बहुप्रतीक्षित सहारा दे सकता है, खासकर जब भारत के इंफ्रा पहले से ही मज़बूत दिख रहे हैं. वहीं दूसरी ओर जानकारों का कहना है कि आरबीआई भी रुपए को संभालने की कोशिश कर रहा है. जिसका असर आने वाले दिनों में और भी देखने को मिल सकता है.

फिर शुरू होगी ट्रेड वार्ता
इस बीच, ट्रंप प्रशासन के मुख्य वार्ताकार ब्रेंडन लिंच मंगलवार को भारत-अमेरिका द्विपक्षीय व्यापार समझौते पर एक दिवसीय वार्ता करेंगे. भारत-अमेरिका द्विपक्षीय व्यापार समझौते (बीटीए) के लिए पांच दौर की वार्ता हो चुकी है, और 25-29 अगस्त को होने वाली छठी वार्ता अमेरिका द्वारा भारतीय वस्तुओं पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाए जाने के बाद स्थगित कर दी गई. अमेरिका को होने वाले निर्यात पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाए जाने के बाद भारत के निर्यात पर असर पड़ा है. पिछले हफ़्ते, प्रधानमंत्री मोदी ने दोनों देशों के बीच व्यापार वार्ता के अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सकारात्मक आकलन पर गर्मजोशी से प्रतिक्रिया व्यक्त की थी और विश्वास व्यक्त किया था कि चल रही वार्ता दोनों देशों के बीच साझेदारी की असीम संभावनाओं को उजागर करने का मार्ग प्रशस्त करेगी.