UP में सीरियल दरिंदा गिरफ्तार, बच्चियों को बनाता था निशाना

बहराइच में चार बच्चियों से हैवानियत करने के आरोपी सुजौली निवासी अविनाश पांडेय उर्फ सिंपल पांडेय को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। उसके मोबाइल से मासूम बच्चियों की नग्न तस्वीरें व वीडियो मिली है। पीड़ित बच्चियों ने भी अविनाश की पहचान की।

पुलिस ने घटना स्थल से बच्चियों के कपड़े व आरोपी की ओर से घटना के समय पहने गए कपड़े भी बरामद कर लिए हैं। सोमवार को एसपी रामनयन सिंह ने बताया कि 25 जून को पहली बच्ची के गायब होने के बाद से पुलिस टीम आरोपी की तलाश में जुट गई थी।

इस दौरान 28 जून, तीन जुलाई समेत कुल चार बच्चियों के साथ दरिंदगी हुई। जांच के दौरान एक पीड़िता पुलिस को घटनास्थल पर ले गई और आरोपी के हाथ व पैर पर टैटू के निशान होने की जानकारी दी।

इस बीच सर्विलांस टीम को घटनास्थलों के बेस ट्रांसीवर स्टेशन (बीटीएस) के आधार पर सुजौली निवासी अविनाश पांडेय उर्फ सिंपल पांडेय की जानकारी हुई, जिसे बाजपुर बनकटी गांव से रविवार को गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ में उसने जुर्म कुबूल कर लिया।

दुष्कर्म से पहले बच्चियों को पिलाता था शराब, नहलाकर पहनाता था नए कपड़े

पलक झपकते ही बच्चियों को बिस्तर से गायब करने का आरोपी अविनाश पांडेय बच्चियों के साथ बर्बरता की हदें पार कर देता था। बच्चियां घटना के समय शिथिल रहें और चीखें न, इसके लिए वह बच्चियों को दुष्कर्म से पहले देशी शराब पिलाता था।
 
बच्चियों को बहलाने फुसलाने में भी वह कोई कसर नहीं छोड़ता था। बच्चियों के साथ मारपीट व दुष्कर्म के बाद उन्हें टॉफी, चॉकलेट, नमकीन का प्रलोभन देकर घर में किसी को घटना की जानकारी नहीं देने की चेतावनी भी देता था।

बच्चियों को नहलाकर साफ करता था अपराध के दाग 

पुलिस के अनुसार अविनाश बच्चियों से दुष्कर्म के बाद उन्हें नहलाकर दाग साफ करने का भी प्रयास करता था। एसपी रामनयन सिंह के अनुसार अविनाश बच्चियों के कपड़े बदल कर उन्हें नए कपड़े पहनाता था। घटनास्थल से देशी शराब के खाली टेट्रा पैक, टॉफी-चॉकलेट व नमकीन के खाली पैकेट बरामद किए हैं।

अविनाश के साथ भी हुई थी दरिंदगी

आरोपी अविनाश के साथ भी बचपन में दरिंदगी हुई थी। घटना के समय छोटा होने के चलते उसने किसी को कुछ भी नहीं बताया था। बड़े होने पर अविनाश ने बच्चियों को शिकार बनाना शुरू किया। आरोपी अविनाश गरीब परिवार से है। उसके पिता मजदूरी करते हैं। अविनाश भी मजदूरी करता था। 
 
पुलिस की पूछताछ में उसने बताया कि रात के समय वह साइकिल लेकर निकलता था। इस दौरान सुनसान स्थान पर घर के बाहर या अंदर बिस्तर पर अकेली लेटी बच्चियों को उठाता था और साइकिल से ही लेकर जंगल के अंदर सुनसान स्थान पर चला जाता था।

एसपी ने खुलासा करने वाली टीम पर लगा दी पुरस्कारों की झड़ी

मासूम बच्चियों को शिकार बनाने के आरोपी अविनाश पांडेय की गिरफ्तारी के बाद एसपी ने पुरस्कारों की झड़ी लगा दी। एसपी ने बताया कि सुजौली पुलिस व स्वॉट टीम को 15,000-15,000 रुपये, सर्विलांस टीम को 10,000 रुपये व घटना के खुलासे में व्यक्तिगत रूप से दिन-रात एक करने वाले उपनिरीक्षक रवीन्द्र तिवारी व मारकंडेय मिश्रा को 10,000-10,000 रुपये का पुरस्कार दिया है। एएसपी ग्रामीण डीपी तिवारी और सीओ हर्षिता तिवारी को प्रशंसापत्र दिया है।