540 करोड़ के ड्रग मनी लॉन्ड्रिंग मामले में अकाली नेता बिक्रम मजीठिया के खिलाफ गंभीर आरोप

पंजाब विजिलेंस ने 540 करोड़ के ड्रग व मनी लॉन्ड्रिंग मामले में बुधवार को शिरोमणि अकाली दल के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया को अमृतसर से गिरफ्तार किया था। मजीठिया को आज मोहाली कोर्ट में पेश किया गया। 

चंडीगढ़।  मजीठिया की पत्नी विधायक गनीव कौर के चंडीगढ़ स्थिति आवास पर भी विजिलेंस की टीम ने दबिश दी। शिरोमणि अकाली दल ने इस कार्रवाई का विरोध किया और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। कहा कि सरकार ने बदले की राजनीति के तहत इस कार्रवाई को अंजाम दिया है। जानकारी के अनुसार विजिलेंस की टीम ने मजीठिया के आवास पर सुबह साढ़े छह बजे से साढ़े बारह बजे तक सर्च अभियान चलाया। इस दौरान कई महत्वपूर्ण सबूत इकट्ठे किए। कानूनी प्रक्रिया पूरी करने के बाद विजिलेंस के एआईजी स्वर्णदीप सिंह की अगुआई में टीम मजीठिया को मोहाली लेकर पहुंची। जांच टीम ने बताया कि मजीठिया के स्टाफ और मजीठा हलके से विधायक उनकी पत्नी गनीव कौर ने पुलिस को किसी तरह का सहयोग नहीं दिया। मजीठिया के खिलाफ मोहाली विजिलेंस थाने में आमदनी से अधिक संपत्ति रखने के आरोप में केस दर्ज किया गया है। विजिलेंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि जांच के दौरान एसआईटी को मजीठिया के खिलाफ ड्रग मनी और हवाला कारोबार करने के सुबूत मिले हैं।

पद का दुरुपयोग कर करोड़ों की संपत्ति बनाई

जांच में सामने आया है कि बिक्रम सिंह मजीठिया ने मंत्री रहते हुए पद का दुरुपयोग कर 540 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति बनाई। मंत्री बनने से पहले और बाद में संपत्ति का काफी अंतर है। आरोप है कि मजीठिया द्वारा नियंत्रित कंपनियों के बैंक खातों में 161 करोड़ रुपये की नकदी का लेन-देन हुआ। इस केस में विजिलेंस ब्यूरो की तरफ से हर तरह के लेन-देन की जांच की जा रही है। एसआईटी की जांच से स्पष्ट तौर पर पता चलता है कि यह फंड मजीठिया के कंट्रोल वाली सराया इंडस्ट्रीज के खाते में जमा की गई ड्रग मनी से संबंधित हैं।