हनीमून से पहले काले जादू का साया! ‘काली गुड़िया’ बनी सोनम की सास की परछाई

इंदौर: राजा रघुवंशी की हत्या के बाद सोनम से जुड़ी कई ऐसी बातें सामने आ रही हैं जिसकी अभी तक किसी को जानकारी नहीं थी. शादी के ठीक बाद और हनीमून पर शिलांग जाने से पहले कामाख्या मंदिर में दर्शन करना जैसी कई कड़ियां अब तंत्र-मंत्र से जुड़ती नजर आ रही हैं. राजा की मां के एक बड़े खुलासे के बाद यह साफ हो गया है कि सोनम काला जादू में विश्वास रखती थी. शादी के बाद राजा और सोनम महाकाल दर्शन करने उज्जैन गए थे और वहीं से सोनम एक काली गुड़िया खरीदकर लाई थी.

शादी के बाद सोनम ने शुरू कर दिया था तंत्र-मंत्र

सोनम और राज आपस में प्यार करते थे लेकिन उसकी शादी राजा रघुवंशी से हो गई और इसी बात से सोनम रघुवंशी नाराज थी और उसने अपने पति को किसी भी कीमत पर मारने की मानो कसम खा ली थी. बताया जाता है कि शादी के दूसरे दिन से ही सोनम ने राजा पर काला जादू करना शुरू कर उसे अपने वश में करना शुरू कर दिया था.

इस बात का खुलासा ऐसे हुआ कि राजा रघुवंशी हनीमून पर शिलांग नहीं जाना चाहता था लेकिन सोनम के कहने पर राजा शिलांग जाने तैयार हो गया था. इधर सोनम ने शिलांग जाने से पहले राजा से कामाख्या मंदिर चलने की जिद की थी और राजा उसके लिए भी तैयार हो गया था. ऐसी कुछ चीजें बताती हैं कि सोनम ने शादी के एक दिन बाद से ही राजा पर काला जादू करना शुरू कर दिया था.

सोनम की काली गुड़िया का राजा रघुवंशी कनेक्शन

सोनम के काला जादू वाली बात की पुष्टि राजा रघुवंशी की मां उमा रघुवंशी ने भी की है. उमा रघुवंशी का कहना है कि "सोनम शादी के बाद उनके बेटे राजा को लेकर उज्जैन महाकाल दर्शन करने गई थी. वहां से सोनम एक काली गुड़िया खरीदकर लाई थी. मैनें इस काली गुड़ियों को सोनम के हाथ में देख लिया था.

जब इस काली गुड़िया के बारे में उससे पूछा तो सोनम के द्वारा बताया गया था कि इससे व्यापार-व्यवसाय के साथ ही पति की लंबी उम्र बढ़ती है. जिसके चलते इसे घर में रखा जाता है. लेकिन अब मुझे अनुमान हो रहा है कि सोनम तंत्र क्रिया पर विश्वास करती थी और पहले दिन से ही उसने राजा पर तंत्र क्रिया शुरू कर दी थी. सोनम ने हनीमून पर जाने से पहले ही मेरे बेटे की हत्या को अंजाम देने के लिए पूरी योजना बना ली थी."

तांत्रिकों का सिद्धपीठ है कामाख्या मंदिर

इंदौर के ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी अपनी पत्नी सोनम रघुवंशी के साथ हनीमून मनाने के लिए शिलांग गए हुए थे. उससे पहले वे मां कामाख्या के दर्शन करने भी पहुंचे थे. बताया जाता है कि मां कामाख्या का मंदिर तांत्रिकों के लिए सिद्ध पीठ है. देश भर से तांत्रिक वहां तंत्र सिद्धि को प्राप्त करने के लिए पहुंचते हैं. इधर हनीमून पर शिलांग जाने से पहले सोनम राजा को लेकर इस मंदिर में भी पहुंची थी और इसी के बाद उसने राजा रघुवंशी को मौत के घाट उतार दिया.

राजा की आत्मा की शांति के लिए पूजा-पाठ

राजा रघुवंशी की हत्या की घटना को लगभग एक महीना होने जा रहा है. जिसके चलते उनके परिजनों ने राजा की आत्मा की शांति को लेकर एक विशेष पूजन का आयोजन घर पर किया. जिसमें उनके खास परिचित पहुंचे और सभी ने राजा की आत्मा की शांति को लेकर यज्ञ किया और आरोपियों को सख्त सजा देने की मांग भगवान से की.

बता दें कि राजा को लेकर उसकी मां की आंखों में लगातार आंसू है और आज भी जब उनके पुजारी के द्वारा उनकी आत्मा की शांति को लेकर हवन पूजन करवाया जा रहा था उस समय भी उनकी मां काफी नम आंखों से अपने बेटे को निहार रही थीं. पूजा के बाद मां ने अपने बेटे राजा की फोटो के सामने भोग लगाया और उसे खाना खिलाया.

पुजारी ने कहा अभी और हैं 5 आरोपी

रघुवंशी परिवार के मुख्य पुजारी अजय दुबे ने ही सोनम और राजा की कुंडली शादी के पहले देखी थी और परिवार को कई बातें पहले ही बता दी थीं. वहीं हत्या के बाद उन्होंने दावा किया था कि इसमें 8 लोग शामिल हो सकते हैं. शिलांग पुलिस ने सभी 8 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.

वहीं उन्होंने एक और दावा किया है कि "इस मामले में अभी 5 और आरोपी हो सकते हैं यदि पुलिस पकड़े गए आरोपियों से सख्ती से पूछताछ करे तो उन लोगों को भी पुलिस गिरफ्तार कर सकती है." उनका दावा है कि इसमें एक और महिला शामिल है.

 

 

शादी के पहले पूछ रहे युवक-युवतियों का चरित्र

पुजारी अजय दुबे का कहना है कि "राजा हत्याकांड के बाद लोग लगातार उनके पास कुंडली लेकर पहुंच रहे हैं. कुंडली दिखाने वाले मुख्य यजमानों का पहला सवाल यही रहता है कि जो लड़की हमारे घर पर बहू बनकर आ रही है उसका चरित्र और चाल चलन कैसा होगा. वहीं लड़की के परिजनों का सवाल रहता है कि जिस युवक से अपनी बेटी की शादी कर रहे हैं उसे युवक का चाल चरित्र चेहरा कुंडली में किस तरह का नजर आ रहा है."