ढाई महीने से लापता शशांग की हत्या, हड्डियां बटोर रही पुलिस

     ढाई माह से लापता शिवपुर थाना क्षेत्र के सरसवां निवासी शशांग (21 वर्ष) की हत्या उसी दिन कर दी गई थी। हाईकोर्ट की फटकार के बाद सक्रिय हुई वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस अब उसकी हड्डियां बटोर रही है। हत्या के आरोप में उसे घर से बुलाकर ले जाने वाले उसके साथी रोहित पटेल को गिरफ्तार किया है। उसे लेकर हत्या की जगह तक गई थी और देर रात तक शिवपुर थाने में रखकर उससे पूछताछ करती रही।

    बीते तीन अप्रैल को शशांग के भाई नितेश कुमार ने शिवपुर थाना में मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस को बताया था कि 31 मार्च की शाम सात बजे क्षेत्र में ही रहने वाला शशांग का दोस्त उसके घर आया। साथ में बाजार जाने की बात कहकर उसे बाइक पर बैठाकर ले गया। रात साढ़े दस बजे शशांग के मोबाइल से व्हाट्सएप मैसेज आया।

    इसमें लिखा था कि अपने भाई को जिंदा देखना चाहते तो तीन लाख रुपये तैयार रखना। धमकी दिया था कि पुलिस के पास जाओगे तो अंजाम बुरा होगा। भयभीत नितेश ने रात 11 बजे शिवपुर थाना पहुंचकर मामले की जानकारी दी।

    उसने आशंका जताई थी कि इस मामले में देर करने पर उसके भाई के साथ अनहोनी की आशंका व्यक्त किया था। इसके बावजूद पुलिस ने तीन अप्रैल को मुकदमा तो दर्ज कर लिया लेकिन शशांग की तलाश के लिए कुछ खास नहीं किया। वाराणसी पुलिस की निष्क्रियता पर नितेश हाईकोर्ट की शरण में गया।

    उच्च अदालत ने इस मामले में गंभीर टिप्पणी करते हुए वाराणसी के पुलिस कमिश्नर व प्रदेश के डीजीपी से हलफनामा मांगा। कोर्ट ने सुनवाई के दौरान गंभीर टिप्पणी भी की थी। कहा था कि अपहृत की हत्या हो सकती है। इससे संबंधित जिलों के पुलिस प्रमुख को क्यों न दोषी माना जाए।

    बीते सोमवार को डीजीपी से हलफनामा मांगने पर वाराणसी कमिश्नरेट पुलिस सक्रिय हुई। गुरुवार को आरोपित रोहित पटेल को गिरफ्तार कर लिया। उसने पूछताछ में शशांग की हत्या की बात स्वीकार की।
    पुलिस टीम को हत्या की जगह उंदी में सूनसान स्थान पर अमरूद के पेड़ के पास ले गया। चर्चा है वहां नर कंकाल मिला है, शशांग की हत्या के बाद शव को वहीं जानवरों ने खा लिया होगा।