मुंबई। एकनाथ शिंदे के अगुवाई वाली शिवसेना के सांसद मिलिंद देवड़ा ने राज्य के सीएम देवेंद्र फडणवीस को पत्र लिखकर दक्षिण मुंबई में विरोध-प्रदर्शनों पर बैन लगाने का अनुरोध किया है और कहा है कि इस इलाके में जहां वित्तीय और व्यावसायिक केंद्र और सरकारी कार्यालय हैं, वहां विरोध-प्रदर्शनों से कामकाज बाधित होता है। देवड़ा की यह मांग और चिट्ठी ऐसे वक्त में आई है, जब कुछ दिनों पहले ही ओबीसी आरक्षण की मांग पर मनोज जरांगे की अगुवाई में मराठा आंदलनकारियों के प्रदर्शन की वजह से मुंबई में ट्रैफिक व्यवस्था चरमरा गई थी।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक एक्स पर अपनी चिट्ठी साझा करते हुए देवड़ा ने लिखा- हाल ही में हुए विरोध प्रदर्शनों के मद्देनजर, जिसने मुंबई को ठप कर दिया, मैंने मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है। उन्होंने लिखा – हालांकि प्रत्येक भारतीय को विरोध करने का अधिकार है, लेकिन मानक संचालन प्रक्रिया यह तय करे कि महाराष्ट्र का राजनीतिक और आर्थिक केंद्र ठप न हो।
वहीं दूसरी ओर पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली शिवसेना (यूबीटी) के नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने आरोप लगाया है कि उन्हें जानकारी है कि उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे मुंबई में मराठा आंदोलन और उनके विरोध-प्रदर्शनों की व्यवस्था करने में शामिल थे। राउत ने मिलिंद देवड़ा की चिट्ठी साझा करते हुए एक्स पर मराठी में लिखा, -अमित शाह द्वारा प्रायोजित शिंदे गुट का असली चेहरा यही है, न्याय की मांग के लिए एकजुट हो रहे मराठी लोगों को देख इनके पेट में दर्द होने लगता है। शिंदे गुट के सांसद मिलिंद देवड़ा ने सीएम को पत्र लिखकर मुंबई में मराठी लोगों के आंदोलन की अनुमति न देने की मांग की है। बालासाहेब की तस्वीर का इस्तेमाल बंद करो!”
बता दें मराठा नेता मनोज जरांगे-पाटिल के नेतृत्व में मराठा समुदाय के लिए शिक्षा एवं नौकरियों में 10 फीसदी आरक्षण की मांग को लेकर हुए विरोध प्रदर्शन से शहर के कई हिस्सों में जनजीवन बाधित हो गया था। बेस्ट उपक्रम ने विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर अपना परिचालन कुछ दिनों तक रोक दिया था। हालांकि अब शहर में स्थिति सामान्य हो गई है। छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस से भी बस सेवाएं शुरू कर दी गई हैं।
शिवसेना सांसद ने की दक्षिण मुंबई में विरोध-प्रदर्शनों पर बैन लगाने की मांग, संजय राउत ने डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे को घेरा
