श्रावण मास की शुरुआत, सीहोर में कुबेरेश्वर धाम के लिए निकली पहली कांवड़

सीहोर। सीवन नदी से कुबेरेश्वरधाम कांवड़ लेकर जाने शिवभक्तों का सिलसिला भोर होने के साथ ही शुरू हो गया। कांवड़ मेला एक माह आगामी 8 अगस्त तक चलेगा। इसी के साथ 6 अगस्त को शहर के सीवनघाट से सुबह नौ बजे भव्य कांवड़ यात्रा निकाली जाएगी। इसमें स्वयं कुबेरेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित प्रदीप मिश्रा शामिल होंगे। यह यात्रा सीवन नदी से करीब 11 किलोमीटर पैदल चलकर धाम पर पहुंचेगी, जहां पर भव्य आरती की जाएगी और बाबा को जल अर्पित किया जाएगा।

कुबेरेश्वर धाम का कांवड़ मेला हर साल भक्तों के लिए एक विशेष अवसर होता है। इस मेले में भक्तगण श्रद्धा और भक्ति के साथ कांवड़ लेकर चलते हैं और भगवान शिव को जल अर्पित करते हैं। यह मेला न केवल धार्मिक भावना को प्रकट करता है, बल्कि समाज को एकजुट करने का भी कार्य करता है। कांवड़ यात्रा में शामिल होने वाले भक्त, शहर की जीवनदायनी मां सीवन से जल भरकर 11 किलोमीटर की पैदल यात्रा करते हैं, जो उनकी भक्ति को दर्शाता है। इस यात्रा में कठिनाइयों का सामना करते हुए भी लोग अपने श्रद्धा भाव के साथ आगे बढ़ते हैं। कुबेर भंडारी की कांवड़ विशेष रूप से कष्टों के निवारण के लिए मानी जाती है और भक्तगण इसे लेकर अत्यधिक श्रद्धा रखते हैं। कांवड़ मेला सावन मास के साथ ही शुरू हो गया है और आगामी 8 अगस्त तक चलेगा।

पंडित प्रदीप मिश्रा भी कांवड़ यात्रा में चलेंगे कांवड़ लेकर

शिव भक्त सीहोर से मां सीवन के जल लेकर बाबा कुबेर भंडारी को चड़ाते हैं एवं कंकर शंकर पूजन करते हैं। सर्व कार्य सिद्ध करने वाली कांवड़ पूज्य गुरुदेव प्रदोष के दिन समर्पित करते हैं। पंडित प्रदीप मिश्रा के साथ जो भक्त कांवड़ चड़ाने आते हैं वो मन में जो कामना लेकर आते हैं बाबा प्रदोष की कांवड़ का जल लेकर उस भक्त की कामना पूरी करते हैं। इस वर्ष की कांवड़ प्रदोष की पूज्य गुरुदेव के साथ 6 अगस्त सुबह 9 बजे सीहोर शहर के सीवन घाट से भरा कर 11 किलोमीटर दूर बाबा धाम जाएगी। बाबा पर प्रदोष के दिन कांवड़ जल गुरुजी के साथ चढ़ाया जाएगा। विठलेश सेवा समिति के समीर शुक्ला ने बताया कि एक माह का कांवड़ मेला सावन मास क आगाज के साथ ही शुरू हो गया है। सभी शिव भक्त बाबा को कांवड़ जल चढ़ाकर अपने जीवन को सफल करें।