शेयर बाजार की धीमी शुरुआत: सेंसेक्स और निफ्टी में गिरावट, ऑटो और मेटल सेक्टर में दबाव

व्यापार : अमेरिकी मुद्रास्फीति में तेजी के बीच वैश्विक शेयर बाजारों में नरम रुख देखा जा रहा है। बुधवार को शुरुआती कारोबार में भारतीय शेयर बाजार के सूचकांक- सेंसेक्स और निफ्टी में गिरावट दर्ज की गई। विशेषज्ञों के मुताबिक अमेरिकी टैरिफ नीति को लेकर अनिश्चितता के माहौल में निवेशक एहतियात बरत रहे हैं। शुरुआती कारोबार में 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 103.16 अंक गिरकर 82,467.75 अंक पर आ गया। वहीं 50 शेयरों वाला एनएसई निफ्टी 56.75 अंक गिरकर 25,139.05 अंक पर आ गया। सेंसेक्स की जिन कंपनियों में सर्वाधिक गिरावट दिखी उनमें- महिंद्रा एंड महिंद्रा, टाटा मोटर्स, टाटा स्टील, इटरनल, बजाज फाइनेंस और बजाज फिनसर्व प्रमुख हैं। ट्रेंट, टेक महिंद्रा, अदानी पोर्ट्स और एचडीएफसी बैंकों के शेयरों में बढ़त देखी गई।

जियोजित इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के मुख्य निवेश रणनीतिकार वीके विजयकुमार ने बताया कि पिछले दो महीनों से बाजार एक सीमित दायरे में ही उतार-चढ़ाव कर रहा है। उन्होंने कहा कि भारत-अमेरिका व्यापार समझौते से निफ्टी 25,500 के पार जा सकता है। ऐसा इसलिए क्योंकि ट्रेड डील निवेशकों के बीच सकारात्मक संकेत और ट्रिगर का काम कर सकता है। उन्होंने कहा कि मजबूत आय समर्थन और आय वृद्धि की संभावना के कोई संकेत नहीं हैं।

एक्सचेंज ने जो आंकड़े साझा किए इसके अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने मंगलवार को 120.47 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर खरीदे। आर्थिक मामलों के जानकार और मेहता इक्विटीज लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (अनुसंधान) प्रशांत तापसे ने बताया कि निफ्टी में निवेशक सतर्क रहेंगे।  व्यापारी अमेरिकी मुद्रास्फीति के स्थिर आंकड़ों और जारी टैरिफ खतरों को समझ रहे हैं। बुधवार को वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड का भाव 0.20 प्रतिशत बढ़कर 68.85 डॉलर प्रति बैरल हो गया। बता दें कि इससे पहले मंगलवार को पूरे दिन के कारोबार के बाद सेंसेक्स 317.45 अंक या 0.39 प्रतिशत चढ़कर 82,570.91 पर बंद हुआ। वहीं निफ्टी 113.50 अंक या 0.45 प्रतिशत बढ़कर 25,195.80 पर बंद हुआ था।