ग्वालियर: जनकगंज पुलिस ने मनोज श्रीवास उर्फ मोहित शेखावत नाम के शख्स को हाल ही में पकड़ा था। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर तीन दिन की रिमांड पर लिया है। पूछताछ में सामने आया है कि वह CBI अफसर और केंद्रीय मंत्री का भतीजा बताकर ठगी करता था। वह मेट्रोमोनियल साइट से लड़कियों के नंबर निकालकर शादी का झांसा देता था। फिर उनसे पैसे ठग लेता था। उसके खिलाफ उत्तर प्रदेश के आगरा और भिंड में भी मामले सामने आए हैं।
ऐसे खुला था मामला
अमित सिंह की बहन की शादी के लिए मोहित शेखावत नाम के युवक से संपर्क हुआ था। मोहित खुद को गृह मंत्रालय में अधिकारी बताता था। कभी CBI का अफसर तो कभी केंद्रीय मंत्री का भतीजा बताता था। उसने अमित को फूड इंस्पेक्टर की नौकरी दिलाने का झांसा दिया। इसके लिए 9 लाख रुपए लिए और फर्जी नियुक्ति पत्र दिया। उसने अमित की बहन से शादी का झांसा देकर 15 लाख की कार भी फाइनेंस करवा ली। शक होने पर अमित ने 4 जुलाई 2025 को पुलिस में शिकायत की।
पुलिस ने बरामद किए फर्जी आईकार्ड
पुलिस ने उसे लग्जरी कार के साथ पकड़ा। उसने बताया कि वह गोहद, भिंड का रहने वाला है। उसने अपनी कार पर 'मानव अधिकार आयोग प्रदेश अध्यक्ष' का बोर्ड लगा रखा था। उसके पास से फर्जी CBI आईकार्ड और अन्य आई कार्ड मिले। वह ऑनलाइन आई कार्ड सर्च करके अपना फोटो लगा लेता था। पुलिस ने उसके खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है।
आगरा के परिवार ने भी किया संपर्क
रिमांड के दौरान आगरा के एक परिवार ने भी उससे संपर्क किया। मोहित ने वहां भी CBI अफसर बनकर शादी का झांसा दिया था और 4 लाख रुपए ठगे थे। भिंड के गोहद में भी उसके खिलाफ मंत्री बनने का मामला दर्ज है। वहां उसने मंत्री बनने के होर्डिंग भी लगवाए थे।
रुतबा दिखाकर करता था ठगी
मोहित मेट्रोमोनियल साइट पर फर्जी आईडी बनाता था। वह लड़कियों के परिजनों से संपर्क करता था। फिर लग्जरी कार से उनके घर जाता था और अपना रुतबा दिखाता था। अफसर का कार्ड और मंत्री का रिश्तेदार बताने से लोग उसके झांसे में आ जाते थे। पुलिस ने उसकी कार जब्त कर ली है। उससे पूछताछ जारी है।