100वें टेस्ट में स्टार्क का धमाका: 15 गेंदों में 5 विकेट, बोलैंड ने ली हैट्रिक

नई दिल्ली : ऑस्ट्रेलिया ने जमैक के किंग्सटन में खेले गए तीसरे टेस्ट में वेस्टइंडीज को 176 रन से हरा दिया। 204 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी वेस्टइंडीज की टीम 27 रन पर ऑलआउट हो गई। यह टेस्ट इतिहास का दूसरा न्यूनतम स्कोर रहा। वहीं, वेस्टइंडीज का यह टेस्ट में न्यूनतम स्कोर रहा। इस मैच में ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाजों ने कहर बरपाया। 100वां टेस्ट खेलने वाले मिचेल स्टार्क ने वेस्टइंडीज की दूसरी पारी में छह विकेट झटके। उन्होंने अपने पहले स्पैल में 15 गेंदों के अंदर पांच विकेट निकाल लिए। इसी के साथ उन्होंने 78 साल पुराना रिकॉर्ड भी तोड़ दिया। वहीं, स्कॉट बोलैंड ने भी हैट्रिक ली और ग्लेन मैक्ग्रा और पीटर सिडन जैसे दिग्गज गेंदबाजों की सूची में जगह बनाई।

स्टार्क सबसे तेज फाइफर पूरा करने वाले गेंदबाज बन गए हैं। स्टार्क ने अपने पहले ओवर की पहली, पांचवीं और आखिरी गेंद पर विकेट लिए। फिर अपने तीसरे ओवर की पहली और तीसरी गेंद पर विकेट लेकर पारी में पांच विकेट पूरे किए। यह टेस्ट इतिहास का सबसे तेज फाइफर है। इस मामले में उन्होंने 1947 में ऑस्ट्रेलिया के ही गेंदबाज अर्नी टॉशैक द्वारा बनाए गए रिकॉर्ड को तोड़ा। अर्नी ने भारत के खिलाफ 19 गेंदों में फाइफर पूरा किया था। स्टार्क ने नौ रन देकर छह विकेट लिए। ऑस्ट्रेलिया ने तीसरा और अंतिम टेस्ट मैच ढाई दिन के अंदर 176 रन से जीतकर सीरीज में 3-0 से क्लीन स्वीप किया।

वेस्टइंडीज पर एक समय टेस्ट क्रिकेट में न्यूनतम स्कोर पर आउट होने का खतरा मंडरा रहा था, लेकिन खराब फील्डिंग का फायदा उठाकर वह न्यूजीलैंड के 26 रन के विश्व रिकॉर्ड से एक रन आगे निकलने में सफल रहा। स्टार्क ने अपने करियर में 15वीं बार पारी में पांच या इससे अधिक विकेट लिए। बाएं हाथ के इस तेज गेंदबाज ने इस दौरान टेस्ट क्रिकेट में 400 विकेट भी पूरे किए। उन्होंने वेस्टइंडीज की दूसरी पारी की पहली ही गेंद पर एक विकेट और पहले ही ओवर में तीन विकेट लिए।

टेस्ट में सबसे तेज पारी में पांच विकेट (गेंद के हिसाब से)

गेंदबाज़ गेंदें लीं खिलाफ साल
मिचेल स्टार्क (ऑस्ट्रेलिया) 15 वेस्टइंडीज 2025
अर्नी टॉशैक (ऑस्ट्रेलिया) 19 भारत 1947
स्टुअर्ट ब्रॉड (इंग्लैंड) 19 ऑस्ट्रेलिया 2015
स्कॉट बोलैंड (ऑस्ट्रेलिया) 19 इंग्लैंड 2021
शेन वॉटसन (ऑस्ट्रेलिया) 21 दक्षिण अफ्रीका 2011

 

वेस्टइंडीज के शीर्ष छह बल्लेबाजों ने कुल मिलाकर केवल छह रन बनाए। उसके सात बल्लेबाज खाता भी नहीं खोल पाए। उसकी तरफ से जस्टिन ग्रीव्स ने सर्वाधिक 11 रन बनाए। ऑस्ट्रेलिया ने पहला टेस्ट मैच 159 रन और दूसरा टेस्ट मैच 133 रन से जीता था और इस तरह से फ्रैंक वारेल ट्रॉफी अपने पास बरकरार रखी। मैच के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुने गए स्टार्क ने कहा, 'यह शानदार सीरीज रही। पूरे मैच में बल्लेबाजों के लिए हालत बहुत अच्छे नहीं रहे। ऐसी परिस्थितियों में दूधिया रोशनी में सख्त गुलाबी गेंद से खेलना आसान नहीं होता लेकिन हमें विश्वास नहीं था कि मैच इतनी जल्दी खत्म हो जाएगा।' स्टार्क ने लगातार गेंदों पर केवलन एंडरसन और ब्रैंडन किंग को आउट किया, लेकिन उन्होंने हैट्रिक का मौका गंवा दिया। स्टार्क 400 टेस्ट विकेट लेने वाले पहले ऑस्ट्रेलियाई बाएं हाथ के तेज गेंदबाज और कुल मिलाकर चौथे ऑस्ट्रेलियाई बन गए।

ऑस्ट्रेलिया के लिए टेस्ट में सबसे ज्यादा विकेट

गेंदबाज विकेट पारियां
शेन वॉर्न 708 273
ग्लेन मैक्ग्रा 563 243
नाथन लियोन 562 259
मिचेल स्टार्क 402 192
डेनिस लिली 355 132

वहीं, बोलैंड ने जस्टिन ग्रीव्स, शमर जोसेफ और जोमेल वार्रिकन के विकेट लेकर अपनी हैट्रिक पूरी की। यह किसी ऑस्ट्रेलियाई की 10वीं टेस्ट हैट्रिक है। बोलैंड ने दो रन देकर तीन विकेट लिए। वहीं, साल 2000 से सिर्फ तीन ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों ने टेस्ट में हैट्रिक ली है। बोलैंड के अलावा मैक्ग्रा और सिडल ने ऐसा किया है। मैक्ग्रा ने साल 2000 में वेस्टइंडीज के खिलाफ ही ऐसा किया था। वहीं, पीटर सिडल ने साल 2010 में इंग्लैंड के खिलाफ हैट्रिक ली थी। बोलैंड पिंक बॉल टेस्ट यानी डे नाइट टेस्ट में हैट्रिक लेने वाले पहले गेंदबाज बने।

वेस्टइंडीज का यह टेस्ट क्रिकेट में न्यूनतम स्कोर है। उसने 2004 में इंग्लैंड के खिलाफ इसी मैदान पर बनाए गए 47 रन के स्कोर को पीछे छोड़ दिया। ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 225 रन बनाए थे जिसके जवाब में वेस्टइंडीज की टीम 143 रन पर आउट हो गई थी। वेस्टइंडीज के कप्तान रोस्टन चेज ने कहा कि सीरीज का इस तरह से अंत करना बेहद निराशाजनक है। उन्होंने कहा, 'हमारे गेंदबाजों ने अच्छा प्रदर्शन किया और पूरी सीरीज में ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाजों को परेशान किया, लेकिन हमारे बल्लेबाज अपेक्षाओं पर खरे नहीं उतरे।'