प्रेग्नेंसी में पढ़ाई, 26 दिन की बच्ची गोद में खिलाते दिया एग्जाम, MPPSC टॉपर मैहर की वर्षा बनीं DSP

मैहर: अगर दिल में जुनून हो और हौसला बुलंद हो तो कोई भी कार्य असंभव नहीं होता. इस कहावत को मैहर की बेटी वर्षा पटेल ने चरितार्थ कर दिखाया है. मध्य प्रदेश पीएससी की परीक्षा पास कर DSP के पद पर वर्षा पटेल का चयन हुआ है. उन्होंने अपनी मेहनत और संघर्ष से न केवल अपनी परिस्थितियों को बदला. बल्कि महिला वर्ग में प्रथम रैंक हासिल कर भरेवा गांव सहित मैहर जिले का नाम रोशन किया है.

डीएसपी बनने की बड़ी दिलचस्प कहानी

वर्षा पटेल का एमपीपीएससी 2024 की परीक्षा में डीएसपी पद पर चयन हुआ है. वर्षा ने डीएसपी बनने की जर्नी के बारे में बात करते हुए बताया कि उनके पिता दमोह में सीमेंट फैक्ट्री में नौकरी करते थे. वहीं पर उन्होंने शुरुआती शिक्षा प्राप्त की. दमोह के ज्ञानोदय विद्या मंदिर से 12 तक की पढ़ाई की. इस दौरान 10वीं कक्षा में 8.4 सीजीपीए (नंबरों का औसत) और 12वीं कक्षा में 75 फीसदी अंक प्राप्त किए. इसके बाद कमला नेहरू गर्ल्स कॉलेज, दमोह से बायोलॉजी विषय में स्नातक किया. इस बीच सब ठीक चल रहा था, लेकिन साल 2015 में पिता के निधन हो गया. इस घटना ने सब कुछ बदल दिया.

5वें अटेम्प्ट में डीएसपी बनीं वर्षा

वर्षा आगे बताती हैं, '' परिवार को दमोह छोड़कर मैहर शिफ्ट होना पड़ा, जिसके चलते कॉलेज कंप्लीट करने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा, लेकिन मैंने कभी हार नहीं मानी. जैसे-तैसे करके कॉलेज कंप्लीट हो गया. इसी दौरान साल 2017 में मेरा विवाह रामनगर निवासी संजय पटेल से हुआ. पति और ससुराल वालों के सहयोग से एमपीपीएससी परीक्षा की तैयारी शुरू की. मेरे पति ने तैयारी के लिए मुझे इंदौर भेजा. मैंने अपने पहले अटेम्प्ट में एमपीपीएससी की प्री और मेंस परीक्षा पास किया, लेकिन इंटरव्यू क्लियर नहीं कर सकी. मैंने कुल 5 बार एमपीपीएससी की परीक्षा दी, तीन बार इंटरव्यू तक पहुंची और पांचवीं बार सफलता अर्जित की.''

26 दिन की बेटी गोद में लेकर दिया इंटरव्यू

वर्षा को जब मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग से इंटरव्यू के लिए कॉल आया. तब उनकी गोद में करीब 26 दिन की बेटी थी, जिसे लेकर वे इंटरव्यू में शामिल हुईं थी. इस बार वे जब परीक्षा के लिए तैयारी कर रही थीं, तब प्रेग्नेंट थीं. सबसे बड़ी बात यह है कि वर्षा जब परीक्षा दे रही थीं, तब वे गर्भवती थीं. 22 जुलाई 2025 को उन्होंने पुत्री श्रीजा को जन्म दिया. सिजेरियन डिलीवरी के बावजूद मात्र एक महीने बाद 18 अगस्त को नवजात बेटी को गोद में लेकर वे इंटरव्यू देने पहुंचीं.

पत्नी की सफलता के लिए पति ने छोड़ी नौकरी

वर्षा पहले से ही दुग्ध सांची विभाग रीवा में डेली डाक सहायक पद पर कार्यरत थीं. अब एमपीपीएससी 2024 परीक्षा परिणाम घोषित होते ही उनका चयन डीएसपी पद पर हुआ. पत्नी के सपनों को पूरा करने के लिए उनके पति संजय पटेल ने वाराणसी में मैनेजर की नौकरी छोड़ दी थी. शुक्रवार को परीक्षा परिणाम घोषित होने के बाद से ही उनके घर बधाई देने वालों का तांता लग गया. सिविल परीक्षा की तैयारी करे अभ्यर्थियों को संदेश देते हुए वर्षा ने कहा, "मेहनत करने वालों की कभी हार नहीं होती, लगातार प्रयास करते रहना चाहिए."