सूर्यकुमार यादव का खुलासा — ‘श्रेयस मेरे मैसेज का जवाब देता है’, दी उसके स्वास्थ्य पर अपडेट

नई दिल्ली: भारतीय टी20 टीम के कप्तान सूर्यकुमार यादव ने श्रेयस अय्यर के स्वास्थ्य पर जानकारी दी है। सूर्यकुमार ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बुधवार से शुरू होने वाली पांच मैचों की टी20 सीरीज से पहले बताया कि श्रेयस अब खतरे से बाहर हैं और ठीक हैं। भारतीय वनडे टीम के उपकप्तान श्रेयस पिछले दो दिन से सिडनी के अस्पताल के गहन चिकित्सा कक्ष (आईसीयू) में भर्ती थे। रिपोर्ट में आंतरिक रक्तस्राव का पता लगने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
 
कैच पकड़ने के दौरान हुए चोटिल
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे वनडे मैच के दौरान उनकी पसलियों में चोट लग गई थी। यह चोट उस समय लगी जब वह एलेक्स कैरी का कैच पकड़ने के लिए बैकवर्ड प्वाइंट से पीछे की ओर दौड़ते हुए कैच ले रहे थे। सूर्यकुमार यादव से श्रेयस की हेल्थ के बारे में पूछा गया। इस पर टी20 कप्तान ने बताया कि श्रेयस की हालत स्थिर है और वह उनके भेजे गए मैसेज का जवाब दे रहे हैं। सूर्यकुमार ने बताया कि श्रेयस को कुछ और दिनों तक निगरानी में रखा जाएगा, लेकिन फिलहाल वह खतरे से बाहर हैं। 

सूर्यकुमार ने पहले टी20 से पूर्व प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, पहले दिन जब मुझे पता चला कि वह चोटिल हो गया है तो मैंने उसे फोन किया। मुझे पता चला कि उसके पास उसका फोन नहीं था। इसलिए, मैंने फिजियो को फोन किया और उन्होंने मुझे बताया कि श्रेयस की हालत स्थिर है। पहले दिन आप किसी भी चीज के बारे में निश्चित नहीं हो सकते। लेकिन मैं पिछले दो दिनों से श्रेयस से बात कर रहा हूं और वह फोन पर जवाब दे रहे हैं। अगर वह जवाब दे रहे हैं तो इसका मतलब है कि वह स्थिर हैं। वह ठीक दिख रहे हैं, डॉक्टर उनके साथ हैं। लेकिन अगले कुछ दिनों तक वह निगरानी में रहेंगे। वह मैसेज का जवाब दे रहे हैं तो यह अच्छी बात है।

बीसीसीआई ने दिया था अपडेट
सूत्रों के अनुसार 31 वर्षीय अय्यर ड्रेसिंग रूम में बेहोश भी हो गए थे। उन्हें तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया। स्कैन से पता लगा कि उन्हें आंतरिक चोट लगी है। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने सोमवार को श्रेयस की फिटनेस अपडेट देते हुए कहा था कि श्रेयस की बाएं पसली के निचले हिस्से में चोट है। उन्हें आगे की जांच के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। स्कैन से पता चला कि उनकी तिल्ली में चोट लगी है। हालत स्थिर है पर चोट जानलेवा साबित हो सकती थी। अब वह स्वस्थ हो रहे हैं। बोर्ड की मेडिकल टीम सिडनी और भारत के विशेषज्ञों के परामर्श से उनकी स्थिति पर कड़ी नजर रख रही है।