
चार महीने तक नहीं होंगी शादियां, न ही गृह प्रवेश, चातुर्मास शुरू
यह अवधि भगवान विष्णु की योगनिद्रा का समय मानी जाती है, जो आषाढ़ शुक्ल एकादशी से लेकर कार्तिक शुक्ल एकादशी (2 नवंबर 2025) तक चलती है. इस दौरान सभी मांगलिक कार्यों पर रोक लग जाती है, और जीवन में संयम, साधना और सात्विकता का पालन किया जाता है. क्या है चातुर्मास? वैदिक ज्योतिष और वास्तु…