
सिनेमा हॉल या लूट का अड्डा? पानी-पॉपकॉर्न से भी खाली जेब!
बेलगाम महंगाई: जब किसी वस्तु के दाम से थोड़ा अधिक पैसे चार्ज किया जाता है तो लोगों को समझ आता है। लेकिन अगर किसी वस्तु का दाम 20 रुपये है और थिएटर में उसकी कीमत 200 रुपये चार्ज कर दिया जाता है तो ये कही से भी ठीक नहीं है। ठीक ऐसा ही एक एक्टर के…