
बेटे की मौत के बाद भी रिश्तों की मिसाल, सास-ससुर ने बहू का निभाया कन्यादान का फर्ज
सामाजिक बाधाएं व रूढ़िवादी सोच के चलते एक ओर विधवाओं के पुनर्विवाह मुश्किल होता है। वहीं कोरोना काल में अपने बेटे को खोने के बाद बहू की बेरंग जिंदगी में रंग भरने की पहल करते हुए शहर की सीता-श्यामलाल देवांगन ने अपनी विधवा बहू गायत्री का आशीष के साथ पुनर्विवाह कर एक अनुकरणीय मिसाल प्रस्तुत…