साल 2025 का जून का महीना चल रहा है। वैसे तो जून का यह महीना तीस दिन का होता है और इस महीने में भीषण गर्मी पड़ती है, लेकिन इस बार हिमाचल में जून महीने में बड़ा बदलाव देखने को मिला है। एक तरफ जहां मानसून जल्दी आने से लोगों को जून में पडऩे वाली भीषण गर्मी से राहत मिली है, तो वहीं दूसरी ओर इस बार हिमाचल के लोगों को जून महीने में एक अतिरिक्त दिन भी मिलेगा, क्योंकि हिमाचल में जून का महीना 30 दिनों की बजाय 31 दिन का होने जा रहा है। अब आप सोच रहे होंगे कि जून महीने में तो 30 दिन ही होते हैं तो एक अतिरिक्त दिन कैसे। दरअसल यह बड़ी चूक हुई है हिमाचल बीजेपी से।
बता दें कि हर साल राज्य सरकार एक सरकारी कैलेंडर जारी करती है। लोग उसी कैलेंडर के आधार पर सरकारी छुट्टियों और त्योहारों की जानकारी लेते हैं। सरकार के अलावा कई राजनीतिक दल भी अपना-अपना कैलेंडर जारी करते हैं और साल शुरू होने से पहले उन्हें अपने कार्यकर्ताओं के माध्यम से लोगों में बांटते हैं। इससे न केवल राजनीतिक दलों का प्रचार होता है, बल्कि लोगों को भी फ्री में कैलेंडर मिल जाता है। इसी के मद्देनजर हिमाचल में भाजपा ने भी साल 2025 का अपना कैलेंडर जारी किया था। कैलेंडर में हिमाचल के पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और देश के प्रधानमंत्री मोदी की फोटो छपी है। भाजपा ने अपने कार्यकर्ताओं के जरिए लोगों में इस कैलेंडर को सर्कुलेट भी किया, लेकिन कैलेंडर में एक ऐसी गड़बड़ हो गई, जिस पर किसी का भी ध्यान नहीं गया। अब जब जून का महीना खत्म होने को है, तो लोंगो को भी इस कैलेंडर में हुई गड़बड़ का एहसास हुआ।
हिमाचल भाजपा के कैलेंडर को देख लोग यह सोच रहे हैं कि जून का महीना तो 30 दिन का होता है, लेकिन कैलेंडर में तो 31 दिन का दिखा रहा है। दरअसल, कैलेंडर की प्रिंटिंग के समय जून महीने को 30 की बजाय 31 दिन का कर दिया गया है। यानी कैलेंडर के हिसाब से 31 जून को मंगलवार है, वहीं जुलाई की पहली तारीख को भी मंगलवार है। ऐसे में यह चर्चा आम हो गई है कि महीना तो 30 का है, फिर भाजपा ने कैसे इसे 31 का कर दिया, क्या कैलेंडर छापते समय किसी से इसकी प्रूफिंग नहीं करवाई गई, या कार्यकर्ताओं को भी यह चूक दिखाई नहीं दी।