औवेसी की पार्टी से अलग हुई इकलौती गैर मुस्लिम पार्षद, पिता से विवाद के कारण उठाया कदम 

खरगोन। मध्य प्रदेश खरगौन नगर पालिका परिषद में वार्ड क्रमांक 2 की एआईएमआईएम की एकमात्र गैर मुस्लिम पार्षद ने धर्म परिवर्तन के आरोपों को लेकर पार्टी से इस्तीफा दिया है। खरगोन की वार्ड क्रमांक 2 से एआईएमआईएम के टिकट से चुनाव जीतने वाली पार्षद अरुण उपाध्याय ने राष्ट्रीय कार्यालय हैदराबाद को अपने इस्तीफे में कहा कि वे निजी कारणों के चलते प्रदेश कोर कमेटी के पद और पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दे रही हैं।
उन्होंने बुधवार को इस्तीफा के कारण पर चर्चा करते हुए कहा कि उनके पति श्यामलाल उपाध्याय 2022 में चुनाव जीतने के बाद से पार्षद पद छोड़ने का दबाब बना रहे थे। पद छोड़ने से मना करने के बाद उन्होंने विगत दो वर्षों से उन पर फंड लेकर धर्म परिवर्तन करवाने का आरोप लगाकर विभिन्न फोरमों पर शिकायत भी की है। उन्होंने बताया कि वे जान से मारने की भी धमकी देते हैं, इसलिए अलग होकर उनके विरुद्ध तलाक का केस भी दायर किया है। इसके अलावा उन्होंने 15 दिन पहले पति के खिलाफ पुलिस अधीक्षक से शिकायत भी की है।
उन्होंने बताया कि न उन्होंने स्वयं धर्म परिवर्तन किया है, और ना ही वे फंड लेकर लोगों का धर्म परिवर्तन करवा रही हैं। उन्होंने कहा कि पति से विवाद कारण पार्टी थी, इसलिए वे औवेसी की छोड़ रही हैं, लेकिन पार्षद के रूप में काम करती रहेंगी। उन्होंने कहा कि मैंने पति से इन आरोपों को सिद्ध करने के लिए भी कहा है।
2022 के निकाय चुनाव में ओवैसी की पार्टी से प्रदेश में करीब आधा दर्जन पार्षद जीते थे। इसमें खरगोन की हिन्दू महिला अरुणा सहित तीन पार्षद भी शामिल थे। वे एआईएमआईएम से प्रदेश की पहली हिंदू पार्षद बनकर चर्चा में रहीं। वार्ड 2 से अरुणा के सामने भाजपा प्रत्याशी सुनीता गांगले और कांग्रेस की शिल्पा सोनी मैदान में थीं। उन्होंने 643 वोट हासिल किए थे। वार्ड में 70 प्रतिशत मुस्लिम आबादी होने के बावजूद उन्होंने जीत हासिल की थी।