भोपाल: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल को 20 दिसंबर से मेट्रो की सौगात मिलने जा रही है. शनिवार को केंद्रीय शहरी विकास मंत्री मनोहर लाल खट्टर और मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव भोपाल मेट्रो का औपचारिक शुभारंभ करेंगे. हालांकि पीएम नरेन्द्र मोदी इस दौरान विदेश में होने के कारण वर्चुअली या वीडियो मैसेज से भोपाल मेट्रो की शुभकामनाएं देंगे. कॉमर्शियल रन के शुभारंभ के अवसर पर सीएम डॉ यादव और केंद्रीय मंत्री खट्टर भोपाल मेट्रो में सुभाष नगर डिपो से एम्स मेट्रो स्टेशन तक सफर करेंगे. इस दौरान मीडिया से चर्चा भी करेंगे.
मेन्युअल टिकट से होगी शुरुआत
भोपाल और इंदौर मेट्रो स्टेशन में ऑटोमेटिक फेयर कलेक्शन का काम 186 करोड़ रुपए में तुर्की की कंपनी को दिया गया था. लेकिन ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान को ड्रोन सप्लाई करने का मामला सामने आने के बाद मध्य प्रदेश मेट्रो ने इसका टेंडर कैंसिल कर कर दिया है. हालांकि दूसरी ऑटोमेटिक फेयर कलेक्शन के लिए मध्य प्रदेश मेट्रो ने टेंडर जारी किया है. लेकिन अभी इसमें डेढ़ से 2 महीने का समय लग सकता है. ऐसे में भोपाल मेट्रो की शुरुआत भी इंदौर की तरह मेन्युअल टिकट से होगी.
जॉय राइड और किराए में छूट का संशय
मध्य प्रदेश में मेट्रो की शुरुआत इंदौर से हुई थी. ऐसे में वहां पर यात्रियों को एक सप्ताह तक जॉय राइड का तोहफा दिया गया था. इस दौरान शहरवासी फ्री में मेट्रो का सफर कर रहे थे. इसके बाद 3 महीने तक किराए में छूट भी दी गई थी. लेकिन भोपाल मेट्रो में जॉय राइड और किराए की छूट को लेकर संशय की स्थिति है. अधिकारियों का कहना है कि अभी इस मामले में प्रबंधन ने कोई विचार नहीं किया है और न ही ऐसी कोई योजना है.
14 मिनट में 8 स्टेशनों को पार करेगी मेट्रो
भोपाल मेट्रो का प्रायोरिटी कॉरिडोर सुभाष नगर से एम्स तक करीब 7.5 किलोमीटर का है. इसमें 8 स्टेशन हैं. भोपाल में मेट्रो का ट्रायल 80 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से किया गया है. लेकिन शुरुआत में यह 35 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलेगी. प्रत्येक स्टेशन पर मेट्रो एक-एक मिनट रुकेगी. ऐसे में एम्स से सुभाष नगर तक पहुंचने में करीब 14 से 15 मिनट का समय लगेगा.
'ट्रैफिक के अनुसार बढ़ेगी मेट्रो की संख्या'
मध्य प्रदेश मेट्रो रेल कार्पोरेशन के एमडी एस कृष्णा चैतन्य ने बताया कि "वर्तमान में मेट्रो के 8 सेट भोपाल पहुंच चुके हैं. 20 दिसंबर से एक मेट्रो के साथ संचालन शुरू होगा. इसके बाद ट्रैफिक को देखते हुए मेट्रो की संख्या बढ़ाई जाएगी. भोपाल मेट्रो के संचालन की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. सीएमआरएस ने भी भोपाल मेट्रो का निरीक्षण करने के बाद रिपोर्ट ओके कर दी है."
दिव्यांगजनों के लिए चलाई गई मॉकड्रिल
मध्य प्रदेश मेट्रो रेल कार्पोरेशन ने बुधवार को आरुषि संस्था के सहयोग से दिव्यांगजनों को मेट्रो के संचालन की बारीकियों को समझाया. इस मॉकड्रिल में दिव्यांगो के एंटी और एक्जिट गेट पर आवाजाही का परीक्षण किया गया. इसमें व्हील चेयर और अन्य सहायक उपकरणों को परखा गया. एमडी कृष्णा चैतन्य ने बताया कि "भोपाल मेट्रो दिव्यांगो के लिए पूर्णतः अनुकूल है, उनके हिसाब से यहां साइनेस, रैंप और लिफ्ट लगाई गई है."
'मेट्रो को समझने के लिए जॉय राइड जरुरी'
ऑर्किटेक्ट और टाउन प्लानर सुयश कुलश्रेष्ठ का कहना है कि "राजधानी में मेट्रो का संचालन शुरू हो रहा है. अच्छी बात है लेकिन इसके लिए कई सालों से शहर के लोग इंतजार कर रहे थे. इंदौर में जिस तरह शहरवासियों को एक सप्ताह तक जॉय राइड की सुविधा दी गई, ऐसी सुविधा भोपाल के यात्रियों को भी मिलना चाहिए. जिससे वो मेट्रो की कार्यप्रणाली को समझ सकें."
