नई दिल्ली। तेहरान में पढ़ रहे भारतीय छात्रों ने सरकार से इजरायली हवाई हमलों के बाद वहां से निकालने की अपील की है। तेहरान यूनिवर्सिटी ऑफ मेडिकल साइंसेज में एमबीबीएस द्वितीय वर्ष की छात्रा तबिया जहरा ने बताया-अभी स्थिति शांत है और हम सुरक्षित हैं। लेकिन हमें डर लग रहा है।
हमला तड़के करीब 3:30 बजे शुरू हुआ और हमने महसूस किया कि जमीन हिल रही है। यह एक चिंताजनक अनुभव था।
विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने छात्रों से मुलाकात की
कश्मीर की रहने वाली जहरा ने कहा कि विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने छात्रों से मुलाकात की और उन्हें शांत रहने की सलाह दी। लेकिन, उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि कौन से क्षेत्र सुरक्षित हो सकते हैं।
उन्होंने सुरक्षा स्थिति के बारे में अनिश्चितता और कुछ क्षेत्रों में इंटरनेट व्यवधान के कारण सीमित संपर्क का हवाला देते हुए भारत सरकार से निकासी की व्यवस्था करने का आग्रह किया।
छात्रों के संपर्क में भारतीय दूतावास
उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ की एक अन्य छात्रा अलीशा रिजवी ने कहा कि दूतावास ने हमें आपातकालीन उद्देश्यों के लिए अपने स्थानीय पते और संपर्क विवरण ईमेल करने के लिए कहा है। दूतावास निकासी की आवश्यकता पड़ने की स्थिति में डाटा एकत्र करने का प्रयास कर रहा है।
जम्मू-कश्मीर छात्र संघ ने कही ये बात
जम्मू-कश्मीर छात्र संघ के राष्ट्रीय संयोजक नासिर खुहमी ने कहा कि कई छात्रों ने हवाई हमले के सायरन सुनने और झटके महसूस करने की बात कही है। हमें छात्रों और उनके परिवारों से सहायता का अनुरोध प्राप्त हो रहा है। हम सरकार से आग्रह करते हैं कि वह तैयार रहे और अगर निकासी अपरिहार्य हो जाए तो आवश्यक कदम उठाए।