नई दिल्ली। आजकल की भागदाैड़ भरी जिंदगी में लोगों को कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। खराब खानपान और अनहेल्दी लाइफस्टाइल के कारण लोगों में माेटापे की समस्या तो बढ़ ही रहीं हें, साथ ही डायबिटीज और दिल से जुड़ी कई बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है। इसके अलावा हाई ब्लड प्रेशर की समस्या भी उन्हीं में से एक है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि हाई ब्लड प्रेशर की समस्या क्यों होती है? किन लोगों को इसका ज्यादा खतरा होता है? अगर आप भी अभी तक इन सभी सवालों के जवाब नहीं जानते हैं तो आपको हमारा ये लेख जरूर पढ़ना चाहिए। हम अपने इस लेख में आपकी सारी दुविधाओं को दूर करने की कोशिश करेंगे। साथ ही इनसे बचाव के तरीके भी बताएंगे। तो आइए बिना देर किए जानते हैं विस्तार से –
हाई बीपी का कारण?
कुछ दवाइयां जैसे डिप्रेशन की दवाएं, नाक बंद करने की दवा, हार्मोन वाली गर्भनिरोधक गोलियां और पेनकिलर ब्लड प्रेशर बढ़ा सकते हैं। इसके अलावा मोटापा, किडनी की बीमारी, थायरॉयड की समस्या, नींद से जुड़ी परेशानी (स्लीप एपनिया), कुछ ट्यूमर, मेटाबॉलिक सिंड्रोम से भी हाई बीपी का खतरा बढ़ जाता है। हाई ब्लड प्रेशर होने के कई कारण हो सकते हैं। कुछ कारणों को आप बदल सकते हैं जैसे कि आपकी रोजाना की आदतें, जबकि कुछ कारणों को बदला नहीं जा सकता है।
ये हैं बदली जा सकने वाली वजहें
- बहुत ज्यादा नमक और बहुत कम पोटैशियम वाला डाइट लेना
- जंक फूड को ज्यादा खाना
- बहुत ज्यादा शराब या कैफीन पीना
- वर्कआउट में कमी
- नींद की कमी या खराब नींद
- ज्यादा तनाव में रहना
- नशे या ड्रग्स जैसे कोकीन का ज्यादा सेवन
न बदली जा सकने वाली वजहें
- जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है तो नसें मोटी और सख्त होती जाती हैं। इससे भी ब्लड प्रेशर बढ़ने का खतरा रहता है। अब तो बच्चों में भी मोटापे के कारण हाई ब्लड प्रेशर का खतरा बढ़ गया है।
- अगर परिवार में किसी को हाई ब्लड प्रेशर है तो भी इसका खतरा ज्यादा होता है।
- प्रेग्नेंसी के दौरान काली महिलाओं को प्री-एक्लेम्पसिया नाम की गंभीर समस्या ज्यादा होती है। इसमें भी अचानक ब्लड प्रेशर बहुत बढ़ जाता है।
- 30 से 35 तक की उम्र के पुरुषों में हाई ब्लड प्रेशर का खतरा ज्यादा रहता है। लेकिन बढ़ती उम्र के बाद महिलाओं में ये समस्या ज्यादा देखी गई है।
- प्रेग्नेंसी में जिन महिलाओं को हाई ब्लड प्रेशर होता है, उन्हें आगे चलकर भी ये समस्या हो सकती है।
हाई ब्लड प्रेशर को कैसे करें कंट्रोल?
- कम नमक और ज्यादा पोटैशियम वाला खाना खाएं (जैसे फल और सब्जियां)।
- शराब या सिगरेट से दूर रहें।
- वजन को मेंटेन करें।
- कोलेस्ट्रॉल और ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल में रखें।
- तनाव कम करें और मन को शांत रखें।
- अच्छी और पूरी नींद जरूर लें।