बरेली। जिला महिला अस्पताल में रविवार की सुबह एक सुखद घटना ने सभी को खुशी से भर दिया। फतेहगंज पश्चिमी क्षेत्र के सिहोरा गांव निवासी असरफ की पत्नी कमरून निशा ने एक साथ तीन बच्चों (ट्रिप्लेट्स) को जन्म दिया। तड़के गंभीर प्रसव पीड़ा के चलते अस्पताल पहुंचीं कमरून निशा की स्थिति को देखते हुए चिकित्सकों और स्टाफ ने तत्परता दिखाते हुए सुरक्षित डिलीवरी कराई।
सुबह 5 बजे अस्पताल पहुंची थीं, तुरंत कराया गया प्रसव
रविवार सुबह करीब 4 बजे कमरून निशा को तीव्र प्रसव पीड़ा शुरू हुई, जिस पर परिजन उन्हें त्वरित रूप से जिला महिला अस्पताल लेकर पहुंचे। सुबह 5 बजे के करीब स्टाफ ने स्थिति की गंभीरता को समझते हुए उन्हें तत्काल लेबर रूम में शिफ्ट किया। वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. सीमा सिंह, रेजिडेंट डॉक्टर तेजस्वनी, नर्सिंग स्टाफ मधु और वाणी की टीम ने मिलकर बिना किसी देरी के सुरक्षित प्रसव कराया। तीनों नवजातों और मां की हालत फिलहाल स्थिर है।
एमसीएच विंग में पहली बार हुआ ट्रिप्लेट डिलीवरी का मामला
जिला महिला अस्पताल के सीएमएस डॉ. त्रिभुवन प्रसाद ने बताया कि ट्रिप्लेट डिलीवरी सामान्य डिलीवरी की तुलना में अधिक जटिल होती है। इसके लिए अत्यधिक सतर्कता और विशेषज्ञता की आवश्यकता होती है। एमसीएच विंग की स्थापना के बाद यह पहला मामला है जब किसी महिला ने तीन बच्चों को एक साथ जन्म दिया है। सभी नवजातों को फिलहाल एसएनसीयू (Special Newborn Care Unit) में ऑब्जर्वेशन के लिए भर्ती किया गया है।
डॉक्टरों की टीम को सराहना
गंभीर स्थिति में अस्पताल पहुंची मरीज की सफल डिलीवरी और तीन नवजातों की सुरक्षित जन्म प्रक्रिया को लेकर चिकित्सा टीम की काफी सराहना हो रही है। सीएमएस डॉ. त्रिभुवन प्रसाद ने बताया कि यदि समय पर प्रसव न कराया गया होता तो स्थिति गंभीर हो सकती थी।