अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को हाल ही में क्रॉनिक वेनस इंसफिशिएंसी (Chronic Venous Insufficiency-CVI) नामक बीमारी का पता चला है। व्हाइट हाउस की ओर से बताया गया कि उन्हें कुछ हफ्तों से पैरों में सूजन और हाथों में हल्की चोटों की शिकायत थी, जिसके बाद मेडिकल जांच करवाई गई।
CNN की एक रिपोर्ट (ref) के अनुसार, राष्ट्रपति ट्रंप के डॉक्टर डॉ। सीन बारबाबेला ने बताया कि जांच में ट्रंप को डीप वेन थ्रॉम्बोसिस (गहरी नसों में खून का थक्का) या आर्टरी की किसी गंभीर बीमारी का कोई संकेत नहीं मिला। उनके सभी ब्लड टेस्ट सामान्य थे और इकोकार्डियोग्राम (दिल की जांच) से भी पता चला कि दिल ठीक तरह से काम कर रहा है। चलिए समझतें हैं कि क्रॉनिक वेनस इंसफिशिएंसी क्या बीमारी है जिससे अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड भी नहीं बच पाए, साथ ही इस बीमारी के कारण, लक्षण और बचाव के तरीके भी।
क्रॉनिक वेनस इंसफिशिएंसी (CVI) क्या है?
यह एक नसों से जुड़ी बीमारी है जो तब होती है जब पैरों की नसें कमजोर या डैमेज हो जाती हैं। नसों में छोटे-छोटे वाल्व होते हैं जो खून को ऊपर दिल की तरफ ले जाते हैं। जब ये वाल्व खराब हो जाते हैं, तो खून वापस नीचे की ओर बहने लगता है, जिसे वीनस रिफ्लक्स कहा जाता है। इससे खून पैरों में जमा होने लगता है।
क्रॉनिक वेनस इंसफिशिएंसी बीमारी के क्या लक्षण हैं?
इस विकार में आपको पैरों में कई लक्षण देखने को मिल सकते हैं। जैसे टखनों और पैरों में सूजन, पैरों में भारीपन, जलन या झनझनाहट, वैरिकोज़ वेन्स (उभरी हुई नसें दिखना), त्वचा में जलन, लाल चकत्ते, खुजली या पपड़ीदार दाग, गंभीर मामलों में पैरों में घाव (अल्सर), ऐंठन, थकान, सुन्नपन, दर्द और बेचैनी आदि।
ट्रंप के हाथों में दिखे नीले निशान
ट्रंप को हाथों में जो नीले निशान दिखे, उनके बारे में डॉक्टर ने कहा कि ये हाथ मिलाने की वजह से हुए हैं जिन्हें 'सॉफ्ट टिशू इरिटेशन' कहा जाता है। डॉक्टरों ने यह भी बताया कि ट्रंप एस्पिरिन ले रहे हैं जो खून को पतला करता है, इसलिए ऐसे निशान बन सकते हैं।
क्या सीवीआई बीमारी गंभीर है?
डॉक्टरों के अनुसार, यह बीमारी आमतौर पर गंभीर नहीं होती लेकिन समय के साथ बिगड़ सकती है। यदि समय रहते इलाज न हो तो यह डीप वेन थ्रॉम्बोसिस (DVT) या पल्मनरी एम्बोलिज़्म (फेफड़ों में खून का थक्का) जैसी खतरनाक समस्याएं पैदा कर सकती है। डॉ। बारबाबेला ने बताया कि ट्रंप का मामला आम और सुरक्षित है। यह बीमारी खासतौर पर 70 वर्ष से ऊपर की उम्र वालों में आम होती है।
सीवीआई का इलाज क्या है?
कंप्रेशन थेरेपी- डॉक्टर सबसे पहले कंप्रेशन स्टॉकिंग्स (खास तरह के मोजे) पहनने की सलाह देते हैं, जो पैरों की नसों में खून के प्रवाह को सुधारते हैं और सूजन कम करते हैं। लाइफस्टाइल में बदलाव जोरोरी है जैसे कि वजन कम करना और टांगों की एक्सरसाइज करने से रक्त संचार में सुधार होता है। जरूरत पड़ने पर सर्जरी या अन्य उपचार जैसे खराब नसों को बंद करने के लिए लेज़र थेरेपी का भी इस्तेमाल किया जा सकता है। इसमें स्क्लेरोथेरेपी का भी यूज किया जा सकता है जिसमें नसों में एक दवा इंजेक्ट की जाती है जिससे वो नसें बंद हो जाती हैं और खून दूसरी स्वस्थ नसों से बहने लगता है।