पाकिस्तानी ठिकाने तबाह करने वाले नौ वायुवीरों को वीर चक्र, 86 जवानों को गैलेंट्री अवॉर्ड देने का ऐलान

नई दिल्ली: ऑपरेशन सिंदूर के दौरान आतंकियों के ठिकानों को ध्वस्त करने वाले सेना के जांबाज जवानों और पाकिस्तान को पस्त करने वाले रणबांकुरों को उनकी बहादुरी का इनाम दिया जाएगा। स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर आम्र्ड फोर्स के 86 जवानों को गैलेंट्री अवॉर्ड देने का ऐलान हुआ है। आर्मी, एयरफोर्स और बीएसएफ के जवानों को गैलेंट्री अवार्ड से नवाजा जाएगा। वायुसेना के 52 जवानों को वीरता पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। एयरफोर्स के नौ ऑफिसर को वीर चक्र दिया गया है। इनमें ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों को तबाह करने वाले फाइटर पायलट भी शामिल हैं। परमवीर चक्र और महावीर चक्र के बाद यह तीसरा सबसे बड़ा पुरस्कार है। सरकार ने आम्र्ड फोर्स के सात ऑफिसर को सर्वोत्तम युद्ध सेवा पदक दिया है। इनमें एयरफोर्स के तीन, आर्मी के दो और नेवी के एक ऑफिसर हैं। इससे पहले ये पदक कारगिल युद्ध के समय दिए गए थे।

इंडियन आर्मी के 18 जवानों को वीरता मेडल से सम्मानित किया गया है। भारतीय सेना के अधिकारी ने बताया कि दो सीनियर इंडियन आर्मी ऑफिसर को सर्वोत्तम युद्ध सेवा पदक से सम्मानित किया गया। वहीं चार कीर्ति चक्र, चार वीर चक्र और आठ शौर्य चक्र दिए गए हैं। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के 16 जवानों को गैलेंट्री मेडल दिया जाएगा। इसके अलावा पुलिस और अर्धसैनिक बलों के जवानों को भी मेडल से सम्मानित किया है। इनमें जम्मू-कश्मीर पुलिस के 128, सीआरपीएफ के 20 और छत्तीसगढ़ पुलिस के 14 पदक शामिल हैं। सेंट्रल-स्टेट फोर्स के 1090 पुलिसकर्मियों को सेवा पदक केंद्र सरकार ने सेंट्रल और स्टेट फोर्स के 1090 पुलिसकर्मियों को सेवा पदक देने की घोषणा की है। गृह मंत्रालय के मुताबिक, 233 पुलिसकर्मियों को वीरता मेडल, 99 को राष्ट्रपति का विशिष्ट सेवा पदक और 758 को उत्कृष्ट सेवा पदक से सम्मानित किया गया है। इनमें फायर सर्विस, होम गार्ड, सिविल डिफेंस और करेक्शनल सर्विस पर्सनल भी शामिल हैं। जम्मू-कश्मीर के सबसे ज्यादा 152 पुलिसकर्मियों को वीरता मेडल मिले हैं।

डीजी ऑपरेशन राजीव घई को सर्वोत्तम युद्ध सेवा पदक

उत्तरी सेना के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल प्रतीक शर्मा और सैन्य अभियान महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई को पाकिस्तान स्थित आतंकवादी समूहों के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर में उनकी भूमिका के लिए सर्वोत्तम युद्ध सेवा पदक से सम्मानित किया गया।