CG Vyapam परीक्षा में अव्यवस्था: धमतरी में प्रवेश के लिए कड़े नियम, 1997 छात्रों को लौटना पड़ा मायूस

छत्तीसगढ़ में व्यापमं ने आबकारी आरक्षक भर्ती परीक्षा ली गई। नकल को लेकर चाक-चौबंद व्यवस्था रही। मेटल डिटेक्टर से चेकिंग के बाद ही केन्द्र में प्रवेश मिला। धमतरी जिले में इस परीक्षा को लेकर 41 केन्द्र बनाए गए थे। प्रवेश पत्र में परीक्षार्थियों को पहले ही आपत्तिजनक सामाग्री, कपड़े नहीं लाने कहा गया था। नियमों की अनदेखी करने वाले अधिकांश परीक्षार्थी केन्द्र पहुंचने के बाद परेशान हुए।

काले कपड़े और दुपट्टे हटवाए

लड़कियों के काले कपड़े और दुपट्टे उतरवाए गए। फुल बांह की शर्ट पहनकर पहुंचे परीक्षार्थियों को शर्ट की बांह कटाने के बाद प्रवेश मिल पाया। अधिकांश परीक्षार्थियों को बाजार से हाफ बांह की फीकी शर्ट खरीदनी पड़ी। बाली, पायल, घड़ी, रेशम, मंगलसूत्र, हेयर पिन उतरवा लिए गए। जूते-मोजे, सैंडिल भी उतरवाए गए। ऐसे छात्रों को नंगे पैर परीक्षा केन्द्र पहुंचना पड़ा।

कईयों को मायूस होकर लौटना पड़ा

परीक्षार्थियों की सही तरीके से स्केनिंग हो पाए इसे लेकर दो घंटे पहले परीक्षा केन्द्र पहुंचने की चेतावनी पहले ही जारी कर दी गई थी। व्यापमं के नियम के अनुसार सुबह 10.30 बजे तक प्रवेश देना था। जिले के केन्द्रों में अनेक परीक्षार्थी 10.30 के बाद पहुंचे, ऐसे परीक्षार्थियों को प्रवेश नहीं मिला और उन्हें मायूस होकर लौटना पड़ा। परीक्षा का समय 11 से 1.15 बजे तक था।

1997 नहीं दे पाए परीक्षा

परीक्षा के लिए 10751 परीक्षार्थियों ने पंजीयन कराया था। 8754 परीक्षार्थी ही परीक्षा दिलाए। 1997 परीक्षार्थी परीक्षा में नहीं बैठे। इनमें से अनेक तो सेंटर ही नहीं पहुंचे। वहीं अनेक देर से सेंटर से पहुंचने या अन्य कारणों के चलते परीक्षा से वंचित हो गए। परीक्षार्थी अंबिका ध्रुव, मोहन मांडेल, निकिता राठौर, मुस्कान साहू ने बताया कि परीक्षा में 100 नंबर के वैकल्पिक प्रश्न पूछे गए थे।

पूछे गए ऐसे रोचक प्रश्न

सर्वाधिक प्रश्न छत्तीसगढ़ प्रदेश से पूछा गया था। कुछ समसायिक प्रश्न भी पर्चेे में पूछे गए थे। प्रत्येक गलत उत्तर पर एक चौथाई अंक काटे जाने का नियम है। छात्रों ने बताया कि छत्तीसगढ़ राज्य में महिलाओं के आर्थिक स्वावलंबन तथा उनके स्वास्थ्य एवं पोषण स्तर में सतत सुधार योजना कौन सी है?, कौन सी जनजाति लौह-शिल्प कला से संबंधित है? छत्तीसगढ़ मैदान की आकृति कैंसी है? जैसे प्रश्न पूछे गए थे।

सुबह-सुबह कपड़ा दुकानों में रही भीड़

परीक्षा में फुल बाह के कपड़ों को प्रतिबंधित किया गया था। प्रवेश पत्र में इसका उल्लेख भी किया गया था। इसके बाद भी सैकड़ों छात्र डार्क कलर, फुल बाह कपड़े पहनकर परीक्षा केन्द्र पहुंचे। ऐसे परीक्षार्थियों को जांच के बाद उल्टे पांव लौटा दिया गया। कपड़ा दुकानों में ऐसे परीक्षार्थियों को नए हाफ शर्ट या अन्य हाफ बाह के कपड़े खरीदने पड़े। परीक्षा केन्द्रों के आसपास के कपड़ा दुकानों में भीड़ नजर आई।

समन्वयक व्यापम परीक्षा, डॉ विनोद पाठक ने बताया कि आबकारी आरक्षक परीक्षा के लिए जिले में 41 परीक्षा केन्द्र बनाए गए थे। शांति पूर्ण ढंग से परीक्षा संपन्न हुई। कहीं से भी नकल का कोई प्रकरण सामने नहीं आया है।