नई दिल्ली/लंदन: भारत और ब्रिटेन ने फ्री ट्रेड एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर कर दिए हैं. ये डील दोनों देशों के लिए काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है. इस डील का उद्देश्य दोनों देशों के बीच व्यापारिक साझेदारी को बढ़ावा देना है. इस डील से दोनों देशों को फायदा होने की उम्मीद है.
डील होने के बाद ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने कहा कि यह एक ऐसा समझौता है जिससे दोनों देशों को भारी लाभ होगा. सैलरी में बढ़ोतरी, लाइफ स्टाइल में सुधार और कामकाजी लोगों की जेब में अधिक पैसा आएगा. यह नौकरियों और व्यापार के लिए अच्छा है. इस डील से टैरिफ में कटौती होगी और व्यापार को आसान होगा. वहीं, पीएम मोदी ने कहा कि दोनों देशों के बीच वैश्विक स्थिरता आएगी और यहां के प्रॉडक्ट भारत में काफी सस्ते दामों में मिलेंगे. इससे भारतीय कपड़ा, जूते, रत्न, आभूषण, सी फूड और इंजीनियरिंग वस्तुओं को ब्रिटेन में बेहतर बाजार मिलेगा. इस समझौते से भारतीय युवाओं, किसानों, मछुआरों और एमएसएमई क्षेत्र को लाभ होगा.
क्या होता है फ्री ट्रेड एग्रीमेंट?
यूके गवर्नमेंट के मुताबिक फ्री ट्रे़ड एग्रीमेंट (FTA) दो या दो से अधिक देशों के बीच एक समझौता होता है, जिसमें देश कुछ दायित्वों पर सहमत होते हैं जो वस्तुओं और सेवाओं के व्यापार, निवेशकों और बौद्धिक संपदा अधिकारों की सुरक्षा, आदि को प्रभावित करते हैं.
मुक्त व्यापार समझौतों के प्रमुख लाभ
फ्री ट्रेड एग्रीमेंट के लाभों के लिए आपको अपने उत्पाद को लेकर अधिक रिकॉर्ड रखने की आवश्यकता हो सकती है, लेकिन यह आपके प्रोडक्ट को अन्य देशों के उत्पादों की तुलना में प्रतिस्पर्धात्मक लाभ भी प्रदान कर सकता है. यह वस्तुओं पर टैरिफ में कमी या उनको पूरी तरह से खत्म कर सकता है.
कितने देशों के साथ फ्री ट्रेड करता है यूके?
एक स्वतंत्र व्यापारिक राष्ट्र के रूप में ब्रिटेन के 70 से ज्यादा साझेदारों के साथ 39 ट्रेड एग्रीमेंट हैं. ये समझौते 72 साझेदारों के लिए लागू हैं.
भारत के 13 देशों के साथ फ्री ट्रेड एग्रीमेंट
प्रेस इंफोर्मेशन ब्यूरो (PIB) के मुताबिक जुलाई 2022 तक भारत ने विभिन्न देशों/क्षेत्रों, जैसे जापान, दक्षिण कोरिया, आसियान क्षेत्र के देशों और दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (SAARC) के देशों, मॉरीशस, संयुक्त अरब अमीरात और ऑस्ट्रेलिया के साथ 13 क्षेत्रीय व्यापार समझौतों (RTA)/मुक्त व्यापार समझौतों (FTA) पर हस्ताक्षर किए हैं.