चेहरे पर क्यों होते हैं व्हाइटहेड्स? जानें कारण और बचाव के उपाय

हर कोई चाहता है कि उनकी स्किन हमेशा ग्लोइंग नजर आए. लेकिन पॉल्यूशन, गलत लाइफस्टाइल और अनहेल्दी डाइट के कारण स्किन से जुड़ी कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. ऐसे में ब्लैकहेड्स और वाइटहेड्स इसमें सबसे कॉमन है. इससे पिंपल्स जैसी परेशानी भी हो सकती है. अब इसे कम करने के लिए लोग कई तरह के प्रोडक्ट्स का उपयोग करते हैं. लेकिन इससे कुछ खास असर दिखाई नहीं देता है.

ब्लैकहेड्स को कम करने के लिए स्क्रब, मास्क और कई चीजों का उपयोग किया जाता है. लेकिन इसके अलावा कुछ लोग वाइटहेड्स की समस्या से काफी परेशान रहते हैं. इससे छुटकारा पाने के लिए इसके होने का कारण भी पहले जाना होगा. आइए जानते हैं इसके बारे में

बार-बार क्यों होते हैं व्हाइटहेड्स?
स्किन के पोर्स में तेल यानी की सीबम और डेड स्किन सेल्स जमा हो जाते है, तो इसके कारण पोर्स खुल जाते हैं और हवा के संपर्क में आते ही ये ऑक्सीडाइज हो जाते हैं. अगर यह काले हो जाते हैं, तो ब्लैकहेड्स कहलाते है. वहीं अगर पोर्स में गंदगी और तेल जमा रह जाता है और बाहर नहीं निकल पाता है, इससे व्हाइटहेड्स कहा जाता है. गलत खानपान, स्ट्रेस, स्किन क्लीन न करना, हार्मोनल बदलाव या फिर ऑयली स्किन के कारण यह समस्या हो सकती है. वाइटहेड्स चेहरे पर ज्यादातर नाक, ठुड्डी और माथे जिसे टी-जोन कहते हैं. यहां ज्यादा नजर आते हैं.

कुछ लोग व्हाइटहेड्स को दबा देते हैं, लेकिन ऐसा नहीं करना चाहिए क्योंकि इससे स्किन इंफेक्शन या दाग का हो सकता है. इससे कम करने के लिए सबसे जरूर है कि हफ्ते में दो बार स्क्रब करें. जिससे स्किन पर मौजूद गंदगी और डेड स्किन सेल्स को निकाला जा सके.इसके साथ ही सही डाइट लें. इसके ट्रीटमेंट के लिए केमिकल पील्स, रेटिनोइड क्रीम या प्रोफेशनल क्लींजिंग की सलाह दी जाती है.

इन बातों का रखें ध्यान
वाइटहेड्स कम करने के लिए कुछ बातों का ख्याल रखना बहुत जरूरी है. हेल्थलाइन के मुताबिक रात को सोने से पहले मेकअप जरूर रिमूव करें. ऑयल-फ्री और नॉन कॉमेडोजेनिक प्रोडक्ट्स का उपयोग करें, प्रोडक्ट्स पर लिखी जानकारी से आपको इसका पता लग सकता है. ज्यादा पुराने मेकअप प्रोडक्ट्स का उपयोग न करें. स्पंज और ब्रश का उपयोग करने के बाद चेहरा धोएं जरूर. मेकअप और ऐप्लिकेटर को किसी के साथ शेयर मत करें.