बारिश के मौसम में हवा में नमी और भी ज्यादा बढ़ जाती है.ऐसे में ह्यूमिडिटी भी रहती है जिसकी वजह से चिपचिपाहट का होना लाजमी है. उमस में नॉर्मल से अधिक पसीना आता है जो स्किन प्रॉब्लम्स को बढ़ाता है जिसके कारण खुजली, फंगल इंफेक्शन, जलन जैसी समस्याएं होने लगती हैं. बरसात में त्वचा पर खुजली होने के कई कारण हो सकते हैं, जिनको समय से पहचानकर आप इससे निजात पा सकते हैं. त्वचा पर खुजली की समस्या के कारण कुछ लोगों को त्वचा पर रैशेज और सूजन की दिक्कत भी हो जाती है.
हमने इस समस्या को लेकर एक्सपर्ट से बात की तो उन्होंने बताया कि बारिश के मौसम में ह्यूमिडिटी के कारण चिपचिपाहट रहती है जिस वजह से ज्यादातर लोग पानी कम पीते हैं. इस मौसम में हम जो भी सब्जियां या फल बाजार से खरीदकर लाते हैं उनमें बैक्टीरिया और कीटाणु होते हैं जो हमारी सेहत के साथ-साथ स्किन के लिए भी नुकसानदायक होते हैं. अगर हम साफ-सफाई का ध्यान नहीं रखते हैं तो इस वजह से भी स्किन प्रॉब्लम्स बढ़ जाती हैं.
नमी और पसीने है कारण
बारिश के मौसम में हवा में नमी बढ़ जाती है. जिस वजह से पसीना भी ज्यादा आता है जिसके कारण चिपचिपाहट होने लगती है. दरअसल, नमी और पसीने के कारण खुजली की समस्या बढ़ जाती है. क्योंकि पसीने और गंदगी की वजह से बैक्टीरिया और फंगस पनपने लगते हैं जो स्किन प्रॉब्लम्स को बढ़ावा देते हैं.
साफ-सफाई न होना
बरसात के मौसम में अगर आप अपने आसपास साफ-सफाई नहीं रखते हैं तो इस वजह से आपको चेहरे पर जलन और खुजली की समस्या हो सकती है. इसलिए बारिश के मौसम में साफ-सफाई का खास ख्याल रखें.
सूती कपड़े न पहनना
गर्मियों और बारिश के मौसम में आपको सूती कपड़े ही पहनने चाहिए ये कंफरटेबल होने के साथ-साथ आपकी स्किन को भी इरिटेट नहीं होने देते हैं. क्योंकि ये सॉफ्ट फैब्रिक का कपड़ा आपकी त्वचा को खुजली और जलन की समस्या से बचाता है.
रोजाना न नहाना
कुछ लोग ऐसे होते हैं जो बारिश के मौसम में भी नहीं नहाते है. पर आपको ऐसा नहीं करना चाहिए. बारिश के मौसम में तो शरीर को और ज्यादा साफ रखने की जरूरत होती है. इसलिए इस मौसम में आपको जरूर नहाना चाहिए. अगर आप चाहें तो नीम के पानी से भी नहा सकते हैं जिससे फंगल इंफेक्शन और बैक्टिरिया का खतरा कम हो जाता है.