पितृ पक्ष के दौरान हर घर में पूजा, तर्पण और श्राद्ध का खास महत्व होता है. मान्यता है कि इस समय पूर्वज धरती पर आते हैं और उनके लिए किए गए कर्म, दान और भोजन को स्वीकार करते हैं. इस वजह से पितृ पक्ष में खानपान और रोजमर्रा की आदतों को लेकर कई नियम बनाए गए हैं जिनका पालन करना जरूरी माना जाता है. इन नियमों का संबंध सीधे तौर पर श्रद्धा और शुद्धता से होता है. खासकर भोजन की तैयारी और उसे स्टोर करने को लेकर सख्ती से ध्यान रखने की परंपरा है. इन्हीं में से एक नियम है कि पितृ पक्ष के दौरान गूंथे हुए आटे को फ्रिज में नहीं रखना चाहिए. आजकल की व्यस्त जिंदगी में कई लोग समय बचाने के लिए आटा पहले से गूंथकर फ्रिज में रख देते हैं लेकिन पितृ पक्ष के दौरान यह परंपरा और धार्मिक दृष्टि से ठीक नहीं माना जाता. आइए जानते हैं आखिर ऐसा क्यों कहा जाता है और इसके पीछे क्या वजह मानी जाती है.
गूंथे हुए आटे को फ्रिज में रखने से क्यों माना जाता है मना
पितृ पक्ष में हर तरह के भोजन और सामग्री को ताजा बनाने की परंपरा है. मान्यता है कि पूर्वज ताजा और शुद्ध भोजन को ही स्वीकार करते हैं. गूंथा हुआ आटा जब फ्रिज में रखा जाता है तो उसमें नमी और ठंडक की वजह से उसकी ऊर्जा कम हो जाती है. धार्मिक मान्यता के अनुसार, यह अशुद्ध माना जाता है और इसे श्राद्ध के भोजन में इस्तेमाल करना वर्जित है.
आटे की ताजगी का महत्व
पितृ पक्ष में भोजन बनाने का सबसे बड़ा नियम यही है कि आटा, सब्जियां और दालें उसी समय तैयार की जाएं जब भोजन बनाना हो. गूंथा हुआ आटा अगर ज्यादा समय तक रखा जाए तो उसमें खट्टापन आ जाता है और उसका स्वाद भी बदल जाता है. यह न केवल स्वास्थ्य की दृष्टि से सही नहीं है बल्कि इसे पितरों के लिए अर्पित करना अपमानजनक भी माना जाता है.
धार्मिक मान्यताएं और शास्त्रों का उल्लेख
धर्म शास्त्रों में साफ तौर पर कहा गया है कि पितृ पक्ष में भोजन बनाने में लापरवाही नहीं करनी चाहिए. ताजा अन्न, ताजा आटा और शुद्ध सामग्री से बना भोजन ही पितरों तक पहुंचता है. फ्रिज में रखा हुआ गूंथा हुआ आटा बासी की श्रेणी में आता है और बासी भोजन पितरों को नहीं चढ़ाना चाहिए. ऐसा करने से पितर नाराज हो सकते हैं और परिवार पर नकारात्मक असर पड़ सकता है.
स्वास्थ्य से जुड़ी वजहें भी हैं
यह सिर्फ धार्मिक मान्यता ही नहीं बल्कि स्वास्थ्य की दृष्टि से भी सही है. जब आटा फ्रिज में रखा जाता है तो उसमें बैक्टीरिया पनप सकते हैं और वह शरीर के लिए हानिकारक हो सकता है. पितृ पक्ष के समय जब शुद्धता और सेहत दोनों पर जोर दिया जाता है, ऐसे में गूंथे आटे को स्टोर करना बिल्कुल भी उचित नहीं है.
पितृ पक्ष के दौरान पालन करने वाले जरूरी नियम
1. भोजन हमेशा ताजा और समय पर बनाएं.
2. बासी, खट्टा या फ्रिज में रखा खाना न खाएं और न पितरों को अर्पित करें.
3. श्राद्ध कर्म में पवित्रता और साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें.
4. पूजा और तर्पण में केवल शुद्ध और सात्विक भोजन ही उपयोग करें.
5. श्रद्धा और नियम से किया गया श्राद्ध ही पितरों तक पहुंचता है.
पितृ पक्ष में गूंथे आटे का विकल्प
अगर समय की कमी है और रोज आटा गूंथना मुश्किल लगता है तो आप आटा उसी समय गूंथकर ताजा रोटी बना लें. चाहें तो आटे को गीले कपड़े से ढककर कुछ देर के लिए बाहर रख सकते हैं लेकिन इसे फ्रिज में बिल्कुल न रखें.
पितृ पक्ष 2025 में जब आप श्राद्ध और तर्पण करेंगे तो इस बात का खास ध्यान रखें कि भोजन पूरी तरह ताजा और शुद्ध हो. गूंथे हुए आटे को फ्रिज में रखने की आदत को इस समय छोड़ दें क्योंकि यह न केवल धार्मिक दृष्टि से गलत है बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी हानिकारक है. पितरों को ताजा और सात्विक भोजन अर्पित करना ही सच्ची श्रद्धांजलि है और यही आपके परिवार के लिए शुभ फलदायक भी होगा.
इस पितृ पक्ष अपने खानपान की आदतों में थोड़ा बदलाव करें और पूरी श्रद्धा से नियमों का पालन करें. इससे न केवल पितर प्रसन्न होंगे बल्कि परिवार में सुख-शांति और समृद्धि भी बनी रहेगी.