महिला और उसके प्रेमी को मरते दम तक कारावास, अपने दो बच्चों की हत्या के जुर्म में मिली सजा

कांचीपुरम: तमिलनाडु में कांचीपुरम प्रधान जिला अदालत ने गुरुवार (24 जुलाई) को एक महिला और उसके प्रेमी को 2018 में अपने दो बच्चों को जहर देकर मारने का दोषी ठहराया. कोर्ट ने दोनों को मृत्यु तक आजीवन कारावास की सजा सुनाई.

कांचीपुरम के प्रधान जिला न्यायाधीश पा यू चेम्मल ने फैसला सुनाते हुए कहा कि अबिरामी और उसके प्रेमी मीनाची सुंदरम दोनों को मृत्यु तक आजीवन कारावास की सजा काटनी होगी. यहां अदालत ने फैसले के वक्त मृत्युदंड का विकल्प नहीं चुना था. हालांकि, महिला और उसके प्रेमी ने अदालत में तर्क दिया कि वे पहले ही सात साल जेल में बिता चुके हैं. इसलिए उन्होंने अदालत से कम से कम सजा की मांग की थी.

अपराध की गंभीरता को देखते हुए, दोनों को सिर्फ आजीवन कारावास की सजा देना पर्याप्त नहीं होगा. न्यायाधीश ने अपने फैसले में कहा कि दोषियों को मृत्यु तक जेल में रहना होगा.

क्या है पूरा मामला
विजय कांचीपुरम जिले के कुंद्राथुर के पास मूनराम कट्टलाई इलाके का रहने वाला है. उसकी पत्नी अबिरामी है. दंपती का एक 7 साल का बेटा और एक 4 साल की बेटी थी. अबिरामी अक्सर उसी इलाके की एक दुकान से बिरयानी खरीदा करती थी. उसी दौरान अबिरामी और बिरयानी की दुकान में काम करने वाले शख्स सुंदरम से दोस्ती हो गई.

बच्चों को नींद की गोलियों से जहर दिया गया
अबिरामी के पति, विजय को मालूम नहीं था कि, आने वाले दिन में उसके जीवन में क्या कुछ होने वाला है. वह एक दुखद घटनाक्रम में अपने सात साल के बेटे और चार साल की बेटी को घर पर मृत पाकर स्तब्ध रह गए. बच्चों के मुंह से झाग निकल रहा था. उसकी पत्नी मौके से गायब थी. हालात को समझते हुए उन्होंने तुरंत कुंद्राथुर पुलिस को सूचित किया. सरकारी अस्पताल की पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने पुष्टि की कि बच्चों ने नींद की गोलियों वाला दूध पी लिया था.

केरल में नए जीवन की योजना बना रहे थे ये जोड़े
विजय ने पुलिस को बताया कि अबिरामी का सुंदरम के साथ विवाहेतर संबंध था. उसकी मुलाकात एक रेस्टोरेंट में हुई थी. उसने पहले ही परिवार छोड़ दिया था और उसके साथ रहने की इच्छा जताई थी. हालांकि, विजय ने उसे मना लिया और वापस घर ले आया. आरोप है कि अबिरामी अपने दोनों बच्चों को अपने विवाहेतर संबंध में रुकावट मानती थी और उन्हें अपने रास्ते से हटाना चाहती थी.

सुंदरम से पूछताछ करने पर, पुलिस को पता चला कि अबिरामी नागरकोइल गई थी, जहां से दोनों केरल में एक नई ज़िंदगी शुरू करने की योजना बना रहे थे. सुंदरम की गिरफ्तारी के बाद, पुलिस ने अबिरामी की गतिविधियों पर नजर रखी और उसे चेन्नई के कोयम्बेडु बस अड्डे पर गिरफ्तार कर लिया, जब वह केरल यात्रा के लिए उसके साथ आने वाली थी.