उत्तर प्रदेश के हरदोई में जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर स्वामी यतींद्रानंद गिरी ने समाजवादी पार्टी और कांग्रेस पार्टी पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि देश के अंदर बहुत सारी ऐसी घटनाएं होती है, जिन पर समाजवादी पार्टी और कांग्रेस पार्टी सिर्फ राजनीति करती है. उन्हें सिवाय राजनीति करने के कुछ भी नहीं करना है. वह तो भारत की बहन-बेटियों को भी जाति के आधार पर देखते हैं. समाज को भी जाति के आधार और वर्ग के हिसाब से देखते हैं.
महामंडलेश्वर स्वामी यतींद्रानंद गिरी से जब मुस्लिम धर्मगुरुओं के ईरान के समर्थन को लेकर सवाल पूछे गए तो उन्होंने बताया कि जितने भी मुस्लिम धर्मगुरु हैं. उनमें से आज तक किसी ने भी आतंकवाद और अलगाववाद का विरोध नहीं किया दुनिया में जब बम फटते हैं कोई मुस्लिम धर्मगुरु नहीं बोलता है. पहलगाम में धर्म पूछ कर लोगों को मारा जाता है कोई मुस्लिम धर्म गुरु नहीं बोलता. बांग्लादेश में हिंदुओं को सरेआम कत्लेआम किया जाता है. कोई मुस्लिम धर्म गुरु नहीं बोलता है.
‘किस मुंह से कहें धर्मगुरु’
ऐसे में हम इनको किस मुंह से धर्मगुरु कहें, जो शैतान का काम कर रहे हैं. शैतान की भाषा बोल रहे हैं. शैतान के साथ खड़े होते हैं उनको कैसे हम धर्मगुरु कह सकते हैं. मथुरा प्रकरण को लेकर कहा कि यह धार्मिक आस्था का सम्मान है. कई पार्टियों ने राम के नाम के अस्तित्व को भी नहीं स्वीकार किया है. उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में एफिडेविट दाखिल किया है कि राम हुए ही नहीं रामसेतु काल्पनिक है. राम काल्पनिक हैं.
बशीर और परवेज क्या बोले स्वामी यतींद्रानंद गिरी?
पहलगाम मामले में बशीर अहमद और परवेज अहमद को एनआईए के द्वारा गिरफ्तार किए जाने के प्रकरण पर स्वामी यतींद्रानंद गिरी ने कहा कि अब मैं इसे आतंकी हमला नहीं इस्लामी हमला कहता हूं और आतंक और इस्लाम एक दूसरे के पर्यायवाची हैं. एनआईए ने दोनों को गिरफ्तार किया. हमारा कहना है कि इन लोगों की सार्वजनिक रूप से बुरी से बुरी गति होनी चाहिए और सार्वजनिक रूप से उनको 72 हूरों के पास भेजना चाहिए.